जयपुर: जयपुर पुलिस ने 30 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी का बड़ा मामला उजागर करते हुए शनिवार को 10 स्थानों पर छापेमारी कर 30 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस ने मामले से जुड़े 130 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और जांच जारी है। जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी की सूचना मिलने पर एक विशेष टीम बनाई गई। यह टीम बिंदायका, कालवाड़ और हरमाड़ा इलाकों में छापेमारी के दौरान कंप्यूटर, लैपटॉप, एटीएम कार्ड, चेकबुक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त करने में सफल रही।
जांच में सामने आया कि आरोपी साधु का भेष बनाकर लोगों को ठगते थे। पुलिस का कहना है कि पूछताछ जारी है और मामले के कई अहम खुलासे होने की संभावना है। वहीं जयपुर वेस्ट के डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत साइबर सेल की टीम ने ठगों के बारे में जानकारी जुटाई। इस टीम में दिनेश शर्मा, बहादुर, रोशन कुमार, पूरण मल, मंजू कंवर, झूथा राम सामोता और ममता ने अहम भूमिका निभाई।
प्रोबेशनर आईपीएस रोशन मीणा के नेतृत्व में एसीपी चंद्र प्रकाश और इंस्पेक्टर सुनील कुमार समेत कुल 30 टीमें बनाई गईं। इन टीमों ने लगातार इनपुट पर काम कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पुलिस का कहना है कि यह मामला अभी शुरुआती चरण में है। आरोपियों से पूछताछ जारी है और धोखाधड़ी के इस बड़े नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
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