जयपुर: दुनिया में प्यार के लिए सब कुछ दांव पर लगाने वालों की कहानियां अनगिनत हैं। ऐसी ही एक प्रेम कहानी राजस्थान के सुजानगढ़ इलाके से सामने आई है, जहां सुमन और नरेंद्र ने अपने रिश्ते को मंजिल तक पहुंचाने के लिए परिवार, समाज और कठिनाइयों से टकराने का साहस दिखाया। 24 वर्षीय सुमन और उसके हमउम्र नरेंद्र की मुलाकात पांच साल पहले सुमन के ननिहाल गेढाप गांव में हुई थी। नरेंद्र, जो तेहनदेसर गांव का रहने वाला है, 12वीं पास है और जयपुर में फर्नीचर का काम करता है। वहीं सुमन सांडवा गांव की निवासी है और केवल तीसरी कक्षा तक पढ़ी है। पहली मुलाकात में ही दोनों के बीच प्यार की शुरुआत हुई। इसके बाद मोबाइल पर घंटों बातचीत ने उनके रिश्ते को और मजबूत कर दिया।
जब सुमन के परिवार को इस रिश्ते की भनक लगी, तो उन्होंने सुमन पर पाबंदियां लगा दीं और उसकी शादी कहीं और तय कर दी। लेकिन सुमन और नरेंद्र ने इन बंदिशों को नकारते हुए एक साथ रहने का फैसला किया। वहीं बीते साल 17 अक्टूबर को सुमन ने घर छोड़ दिया और नरेंद्र के साथ बीकानेर जाकर कोर्ट मैरिज कर ली। शादी की खबर मिलते ही सुमन के परिवार में कोहराम मच गया। धमकियों और सामाजिक दबाव का दौर शुरू हो गया, लेकिन इस प्रेमी जोड़े ने हार नहीं मानी।
अपने रिश्ते को बचाने के लिए दोनों जयपुर और कोटा में छिपते-छिपाते रहे। लेकिन सुमन के परिवार द्वारा नरेंद्र को जान से मारने की धमकी ने उनके लिए हालात और मुश्किल बना दिए। अब यह जोड़ा पुलिस की शरण में पहुंचा है और सुरक्षा की मांग की है। सुमन और नरेंद्र अपने फैसले पर अडिग हैं। उनका कहना है, “हमने प्यार किया है, तो उसे निभाएंगे। किसी धमकी या डर से झुकेंगे नहीं।” अब देखना होगा कि प्रेमी जोड़े को एक दूसरे को साथ मिल पाएगा या ये कहानी कोई नया मोड़ लेती है, ये तो वक़्त की बताएगा।
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