नई दिल्ली. राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। कुछ दिन पहले ही वह कोरोना से संक्रमित हो गए थे और गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
अजित सिंह की मंगलवार रात को तबीयत बेहद बिगड़ गई थी। बताया जा रहा है कि फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने की वजह से उनकी हालत नाजुक हो गई थी। जिसके चलते उनका निधन हो गया। चौधरी अजीत सिंह 82 वर्ष के थे।
अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “जीवनपथ पर चलते हुए चौधरी साहब को बहुत लोगों का साथ मिला। ये रिश्ते चौधरी साहब के लिए हमेशा प्रिय थे। चौधरी साहब ने आप सबको अपना परिवार माना और आप ही के लिए हमेशा चिंता की। आज इस दुख व महामारी के काल में हमारी आपसे प्रार्थना है कि अपना पूरा ध्यान रखें। संभव हो तो अपने घर पर रहें और सावधानी ज़रूर बरतें। इससे देश की सेवा कर रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मचारियों को मदद मिलेगी और ये ही चौधरी साहब को आपकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे अजित सिंह
आरएलडी के मुखिया चौधरी अजित सिंह बीते 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। जिसके बाद से उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही थी। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां वह बीते दो दिन से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
सात बार रहे सांसद
देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजित सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत से सात बार सांसद रहे हैं और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं।