लखनऊ: संभल जामा मस्जिद पर हो रही सियासत के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण( ASI ) ने मस्जिद कमेटी पर बड़े आरोप लगाए है। एएसआई ने कोर्ट में अपना हलफनामा दाखिल किया है और मस्जिद के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में कहा है कि उनकी टीम को इस मस्जिद में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

इसके अलावा एएसआई ने मस्जिद कमेटी पर आरोप लगाया कि मस्जिद कमेटी मस्जिद के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ कर रही है।

‘मस्जिद में मनमाना निर्माण कार्य किया गया’

एएसआई का कहना है कि मस्जिद में मनमाना निर्माण कार्य किया गया है। उनकी टीम को लंबे समय से मस्जिद में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। ऐसे में एएसआई को नहीं पता कि मस्जिद का मौजूदा स्वरूप क्या है।

एएसआई का कहना है कि जब भी उनकी टीम मस्जिद का निरीक्षण करने यहां आई तो स्थानीय लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई और उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। ऐसे में उन्हें अंदर मनमाने तरीके से हो रहे निर्माण के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

एएसआई ने अवैध निर्माण देखा

अपने हलफनामे में एएसआई ने कहा, हमारी टीम ने वर्ष 1998 में इस स्मारक यानी मस्जिद का दौरा किया था। इस साल आखिरी बार यानी जून में एएसआई अधिकारियों की टीम स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मदद से मस्जिद में प्रवेश करने में सफल रही थी। उस समय भी उन्होंने मस्जिद की इमारत में कुछ अतिरिक्त निर्माण कार्य देखा था। यह प्राचीन इमारतों और पुरातत्व अवशेषों के संरक्षण अधिनियम 1958 के प्रावधानों का खुला उल्लंघन था।

 

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