Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • सवालों के घेरे में केजरीवाल सरकार! बड़े अफसर का दावा- कमरे से गायब हुईं घोटाले की फाइलें

सवालों के घेरे में केजरीवाल सरकार! बड़े अफसर का दावा- कमरे से गायब हुईं घोटाले की फाइलें

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और नौकरशाही के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है. जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास के रेनोवेशन में भ्रष्टाचार मामले की जांच जारी है. इस बीच इस मामले की जांच कर रहे विशेष सचिव (सतर्कता) वाई वी वी जे राजशेखर से सारा […]

Inkhabar
inkhbar News
  • Last Updated: May 16, 2023 22:03:19 IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और नौकरशाही के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है. जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास के रेनोवेशन में भ्रष्टाचार मामले की जांच जारी है. इस बीच इस मामले की जांच कर रहे विशेष सचिव (सतर्कता) वाई वी वी जे राजशेखर से सारा काम वापस ले लिया गया था. इसी बीच राजशेखर ने बड़ा दावा किया है.

शराब घोटाले से जुड़ी फाइल भी शामिल

सनसनीखेज दावे के अनुसार मंगलवार तड़के तीन बजे उनका कमरा खुला हुआ था. इतना ही नहीं उनके कमरे से मुख्यमंत्री आवास के रेनोवेशन समेत सभी मुख्य और संवेदनशील दस्तावेज गायब थे. इस संबंध में उन्होंने दिल्ली के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. इस पत्र में दावा किया गया है कि गोपनीयता का उल्लंघन हुआ है और सबूतों से छेड़छाड़ की गई है. साथ ही आशंका है कि कमरे में किसी तरह का जासूसी उपकरण भी हो सकते हैं. एक रिपोर्ट की मानें तो राजशेखर का कहना है कि उनके कमरे से गायब हुई फाइलों में शराब घोटाले से जुड़ी कई फाइलें भी शामिल हैं.

इन दस्तावेजों में मुख्यमंत्री आवास की टेंडर फाइल भी शामिल है. आवास के रेनोवेशन से जुड़ी फाइल और मुख्यमंत्री आवास का निरीक्षण करने वाले लोगों की सभी तस्वीरें गायब बताई जा रही हैं. गौरतलब है कि 13 मई को सतर्कता मंत्री सौरभ भारद्वाज ने राजशेखर के खिलाफ जबरन वसूली रैकेट चलाने की शिकायतों का हवाला देते हुए अधिकारी को सौंपे गए सभी कार्यों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आदेश दिया था.

दिल्ली सरकार ने बताया भ्रष्ट

दिल्ली सरकार ने राजशेखर के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है. सरकार का कहना है कि राजशेखर एक भ्रष्ट अधिकारी हैं और वह दिल्ली सतर्कता आयोग के वानखेड़े हैं. एलजी ने सतर्कता विभाग में उन्हें किस तरह नियुक्त किया इसकी भी जांच की जाएगी. CNG किट घोटाले में वह मुख्य आरोपी हैं और CBI ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश भी की है. उनके खिलाफ कई शिकायतें भी हैं जिनमें कहा गया हैं कि वह पैसों की डिमांड करते हैं. आधिकारिक तौर पर उनके कामों को 13 मई को आदेस जारी कर वापस ले लिया गया. जब उनसे आधिकारिक तौर पर सभी फाइलों को वापस ले लिया गया तो आखिर उनके पास किस तरह की फाइलें हैं?

फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर रोक लगाने की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई