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क्या देवर के ससुराल में है शाइस्ता परवीन? अशरफ ने भी यहीं गुजारे थे डेढ़ साल

प्रयागराज: अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता की तलाश में पुलिस खाक छान रही है। इसी कड़ी में आज पुलिस अशरफ की ससुराल हटवा गांव पहुंची। करीब दो घंटे तक पुलिस इसी गांव में शाइस्ता की तलाश करती रही, लेकिन पुलिस को कुछ नहीं मिला। वहीं गांव के लोगों का कहना है कि पुलिस जानबूझकर अतीक […]

क्या देवर के ससुराल में है शाइस्ता परवीन? अशरफ ने भी यहीं गुजारे थे डेढ़ साल
inkhbar News
  • Last Updated: April 25, 2023 20:13:23 IST

प्रयागराज: अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता की तलाश में पुलिस खाक छान रही है। इसी कड़ी में आज पुलिस अशरफ की ससुराल हटवा गांव पहुंची। करीब दो घंटे तक पुलिस इसी गांव में शाइस्ता की तलाश करती रही, लेकिन पुलिस को कुछ नहीं मिला। वहीं गांव के लोगों का कहना है कि पुलिस जानबूझकर अतीक और उसके रिश्तेदारों को परेशान कर रही है। बता दें, पुरामुफ्ती थाना प्रयागराज से महज 30 किमी दूर है। यह स्टेशन मुख्य सड़क पर ही है। अतीक अहमद के भाई अशरफ का ससुराल गांव हटवा भी थाने से ज्यादा दूर नहीं है। वैसे तो यह शहर काफी साधारण है। जिनकी आबादी लगभग 5000 लोग हैं। लेकिन अचानक से ये गांव खबरों में आ गया है।

 

➨ अशरफ ने दिया था पुलिस को चकमा

हटवा के लोग इससे पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। अतीक अहमद का भाई अशरफ साल 2019 में पुलिस से बचने के लिए इस गांव में भाग गया था। या यूं कहें कि वह जान बचाने के लिए अपनी ससुराल चला गया। खबरों की मानें तो अशरफ इस शहर में एक-दो दिन नहीं, बल्कि डेढ़ साल तक छिपा रहा। उसने यहां एक घर में शानदार बंकर बनवाया हुआ था।

 

➨ … जब डेढ़ साल तक अशरफ अपनी ससुराल में छिपा रहा

उत्तर प्रदेश पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और तमाम तरह की खुफिया जानकारी जुटाकर 2020 में अशरफ को इसी शहर से गिरफ्तार किया था। तब तक उस पर एक लाख का इनाम जारी किया जा चुका था और अशरफ बंकर में छिपा हुआ था। इसके बाद प्रशासन ने उस मकान को पूरी तरह से ढहा दिया था। प्रशासन ने कहा कि घर खराब तरीके से बनाया गया था।

➨ अशरफ का साला सद्दाम उसका बहुत खास था

बताया जाता है कि अशरफ हटवा से अपना गिरोह चलाता था। इस गिरोह के मुख्य सदस्यों में सद्दाम, गद्दाफी और जैद के अलावा अन्य लोग शामिल है। सद्दाम अशरफ का ज्यादातर काम देखता था। वह साये की तरह अपने जीजा के साथ रहता था। अशरफ की गिरफ्तारी के बाद ससुराल वालों का गिरोह गांव में बहुत कम रह गया है। सद्दाम अपने साले का साथ देने बरेली आया था। यहां उसने बरेली जेल के सामने किराए का मकान लिया और कभी-कभार अपने जीजा से मिला करता था। सद्दाम जब भी चाहता वो मुलाक़ात के लिए जेल में जाता और अपने जीजा अशरफ से मिलता था। अशरफ के कहने पर वह अपना सारा काम वहीं से मैनेज करता था।

 

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