मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आये हफ्ते हो गए लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला अब तक नहीं हो पाया है। नई सरकार 5 दिसंबर को शपथ लेगी लेकिन सीएम कौन बनेगा यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। मुंबई में शुक्रवार को महायुति की बैठक होने वाली थी, जो अचानक से टल गई क्योंकि कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे सातारा स्थित अपने गांव चले गए। इसी बीच डिप्टी सीएम अजीत पवार ने बयान दिया है।
अजीत पवार ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में सीएम भाजपा से ही बनेगा। दिल्ली में महायुति की बैठक में यह फैसला ले लिया गया। वहीं शिवसेना और एनसीपी के डिप्टी सीएम होंगे। सरकार गठन पर हो रही देरी पर भी अजीत पवार ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि सरकार बनने में देरी हो रही है। वर्ष 1999 में सरकार गठन में एक महीने का समय लग गया था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने शानदार प्रदर्शन किया है जबकि महाविकास अघाड़ी को बड़ा झटका लगा है। शरद पवार की एनसीपी, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। महाविकास अघाड़ी 288 सदस्यीय वाली विधानसभा में सिर्फ 46 सीटें जीत पाई। वहीं महायुति से शानदार प्रदर्शन करते हुए 230 सीटें जीती। इसमें बीजेपी ने 132, शिवसेना( शिंदे गुट) ने 57, और एनसीपी (अजित पवार गुट) ने 41 सीटें जीती।