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सपा ने एक और ब्राह्मण नेता को साधा, अयोध्या से चुनाव लड़ने वाले सच्चिदानंद पांडे हुए साइकिल पर सवार

2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी रहे सच्चिदानंद पांडे ने अब समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी

SP Akhilesh Yadav appoint Brahmin leader Sachchidanand Pandey
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  • Last Updated: August 10, 2024 22:28:56 IST

अयोध्या: 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी रहे सच्चिदानंद पांडे ने अब समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सच्चिदानंद ने पार्टी की सदस्यता ली। सच्चिदानंद पांडे ने फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश पासी के खिलाफ चुनाव लड़ा था।

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ब्राह्मण वोट बैंक पर सपा की नजर

माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने यह कदम उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों से पहले ब्राह्मण वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए उठाया है। विधानसभा की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में समाजवादी पार्टी भाजपा को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में जुटी है, और सच्चिदानंद पांडे का सपा में शामिल होना इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

बसपा से दूरी, सपा से नजदीकी

सच्चिदानंद पांडे 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद से बसपा के उम्मीदवार थे, लेकिन वह इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद, उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बसपा से बाहर कर दिया गया था। अब उन्होंने समाजवादी पार्टी में अपनी नई राजनीतिक यात्रा शुरू की है।

सच्चिदानंद पांडे का परिचय

सच्चिदानंद पांडे, उम्र 33 वर्ष, एक स्नातक हैं। उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। उनकी कुल संपत्ति 1.9 करोड़ रुपये है, जिसमें 32.3 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.6 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। उनके पास कोई भी देनदारी नहीं है। पेशे से, सच्चिदानंद पांडे निजी नौकरी और समाज सेवा में संलग्न हैं।

सच्चिदानंद का भविष्य

समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद, सच्चिदानंद पांडे के राजनीतिक भविष्य की दिशा तय होगी। उन्हें पार्टी में क्या भूमिका दी जाएगी और वह कैसे पार्टी के लिए योगदान देंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। उनके इस कदम से अयोध्या और फैजाबाद की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।

 

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