लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर पथराव की घटना सामने आई। घटना इतनी गंभीर हो गई कि उग्र भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें संभल के एसपी कृष्ण कुमार भारी पुलिस बल के साथ भीड़ को समझाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं।

पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू

वीडियो में एसपी लाउडस्पीकर पर उपद्रवियों से कहते हैं, अपने भविष्य को नेताओं के चक्कर में बर्बाद मत करो। लेकिन इसके बावजूद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। घटना के बाद एसपी कृष्ण कुमार ने मीडिया से कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, जिन लोगों ने अराजकता फैलाई है, पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी और फायरिंग की है, उनके खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) के तहत कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने यह भी बताया कि घटना में उनके गनर को पीठ पर चोट आई है और उन्हें भी पैर में चोट लगी है।

घटना की वजह

बता दें घटना का संबंध एक विवादित याचिका से है, जिसमें कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी महाराज ने दावा किया था कि संभल की जामा मस्जिद पहले हरिहर मंदिर थी। इस याचिका पर अदालत ने सर्वे कराने का आदेश दिया था और सात दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। रविवार को इसी आदेश के तहत सर्वे टीम मस्जिद पहुंची। शुरुआत में सर्वे का काम शांतिपूर्ण चल रहा था, लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी। इसके बाद अचानक पथराव शुरू हो गया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई।

पुलिस का कहना है कि मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि पथराव करने वालों की पहचान की जा सके। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में पुलिस बल तैनात है।

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