लखनऊ। प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है। इसमें शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में साधु-संत और किन्नर समाज के लोग पहुंचे हुए हैं। अर्धनारीश्वर धाम की प्रमुख और किन्नर कथावाचक हिमांगी सखी भी महाकुंभ में शामिल होने प्रयागराज पहुंचीं हुई हैं। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन की दर्दनाक कहानी का जिक्र किया।
पागल हो गई मां
उन्होंने कहा कि माता-पिता के बचपन में ही गुजर जाने की वजह से उनका बार-बार यौन शोषण हुआ था। आर्थिक स्थिति ऐसी हो गई थी कि सड़कों पर पड़ा झूठा खाना तक खाना पड़ा। दरअसल हिमांगी सखी के माता-पिता ने प्रेम विवाह किया था, इस वजह से रिश्तेदार सपोर्ट नहीं करते थे। नाना-नानी, मामा-मौसी सब उनकी मां से नफरत करते थे। जब उनकी मां का निधन हुआ तो कोई मदद करने नहीं आया। उनकी मां जब मरी उस समय पूरी तरह से पागल हो गई थीं।
छोटी उम्र में लगातार यौन शोषण
हिमांगी सखी ने आगे कहा कि उनके पिता फिल्म डिस्ट्रीयूब्यूटर थे और मम्मी डॉक्टर थीं। हार्ट अटैक से उनके पिता की मृत्यु हुई। मम्मी इसके बाद टूट गईं और मेंटली डिस्टर्ब हो गई। एक दिन वो भी चल बसी। ऐसे में वो अपनी छोटी बहन के साथ रोड पर पड़ा खाना खाती थीं। पड़ोसी पेपर में फेंक कर खाना देते थे। उनके बगल में एक पंजाबी फैमिली रहती थी। उनके घर के बेटे ने हिमांगी के साथ बलात्कार किया। छोटी उम्र में ही उनके साथ-साथ रेप पर रेप किया गया। उसके माता-पिता भी हिमांगी का शोषण करते थे। फ्री का नौकर समझकर बर्तन धुलवाते थे।
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