नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमड़े आस्था के महाकुंभ में हर दिन नए-नए बाबा देखने को मिल रहे हैं. कबूतर बाबा, आईआईटियन बाबा से लेकर क्लॉक बाबा और कई अन्य प्रसिद्ध बाबा जिन्होंने अपने कहानियों से लोगों को रोमांचित किया है, अब चर्चा है एक ऐसे बाबा की जो अपनी दैवीय शक्ति से आंखें बंद करके सामने लिखी बात पढ़ लेते हैं. इसी वजह से उन्हें तीसरी आंख वाला बाबा कहा जाने लगा है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी पुष्प गिरी महाराज अपनी साधना और तपस्या के कारण महाकुंभ में चर्चा का विषय बने हुए हैं. मीडिया के मुताबिक पता चला है कि जब एक पत्रकार ने उनकी साधना का जीवंत प्रमाण देखना चाहा तो बाबा ने अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली और पत्रकार से स्लेट पर चॉक से कुछ लिखने को कहा. जब पत्रकार ने उस स्लेट पर जय हनुमान जी लिखा और पुष्प गिरी महाराज से पूछा कि उन्होंने क्या लिखा है, तो तीसरी आंख वाले बाबा ने बिना पट्टी हटाए बता दिया कि उन्होंने जय हनुमान जी लिखा है. यह देखकर वहां मौजूद लोग हैरान रह गए.
इतना ही नहीं पुष्प गिरी महाराज ने मंत्र की शक्ति का भी प्रदर्शन किया. उन्होंने कागज पर कलम से कुछ लिखा और उसी पत्रकार से भीड़ में से एक महिला को बुलाने को कहा. जब तीन-चार महिलाओं में से एक आगे आई तो पुष्प गिरी महाराज ने महिला से पूछा कि उसका नाम क्या है और वह कहां से आई है. महिला का जवाब सुनने के बाद जब पुष्प गिरी महाराज ने अपनी लिखी पर्ची खोली तो उसमें लिखा महिला का नाम वही था जो उन्होंने बताया था. शहर का नाम भी मेल खाता था. पुष्प गिरी महाराज ने इसे साधना और मंत्र की शक्ति बताया.
बता दें कि जब उन्हें बताया गया कि बाबा बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री भी यही बात कहते हैं तो वे उन पर क्रोधित हो गये और उन्हें मंत्र की शक्ति सिद्ध करने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री मेरे सामने पर्ची नहीं बना पाएंगे. पुष्प गिरी महाराज ने बताया कि उन्हें यह दैवीय शक्ति बचपन से ही प्राप्त है और वे पिछले 25 वर्षों से मंत्र शक्ति का सफल प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह शक्ति उन्हें दादाजी से मिली है. ये चमत्कार उनके पिता भी करते थे. उन्होंने भारत के आर्थिक महाशक्ति बनने की भी भविष्यवाणी की. पुष्प गिरी महाराज की मां भी उनके साथ मौजूद थीं. उन्होंने बताया कि पुष्प गिरी बचपन से ही लोगों का भविष्य बताते रहे हैं.
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