Noida Safe City: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नोएडा को एक सुरक्षित शहर में तब्दील करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है. इस परियोजना पर 208.47 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसे छह चरणों में लागू किया जाएगा. नोएडा को ‘सेफ सिटी’ बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) स्थापित किया जाएगा. जो शहर की सुरक्षा और प्रबंधन का केंद्र बनेगा. इस पहल से नोएडा के सभी पुलिस थानों, सीसीटीवी सिस्टम और ट्रैफिक प्रबंधन को एकीकृत कर एक मजबूत ढांचा तैयार किया जाएगा.
‘सेफ सिटी प्रोजेक्ट’ को सफल बनाने के लिए छह क्रमबद्ध चरण तय किए गए हैं. इनमें अत्याधुनिक सिटी कम्यूनिकेशन नेटवर्क, डाटा सेंटर, सीसीटीवी आधारित सर्विलांस सिस्टम, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) शामिल हैं. हर चरण को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ा जाएगा ताकि नोएडा एक सुरक्षित और व्यवस्थित शहर के रूप में उभर सके. इस योजना का उद्देश्य न केवल अपराध पर नियंत्रण करना है बल्कि ट्रैफिक और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करना भी है.
ICCC के जरिए पूरे नोएडा की रियल-टाइम मॉनिटरिंग संभव होगी. यह केंद्र किसी भी अप्रिय घटना या आपात स्थिति से निपटने के लिए एक प्रभावी प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा. चाहे वह अपराध हो ट्रैफिक जाम हो या कोई अन्य समस्या ICCC एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन के रूप में काम करेगा. इससे पुलिस और प्रशासन को त्वरित निर्णय लेने और कार्रवाई करने में मदद मिलेगी. जिससे शहरवासियों को सुरक्षित माहौल मिलेगा.
इस परियोजना के तहत ICCC में अत्याधुनिक डाटा सेंटर स्थापित होगा. इसके साथ ही फेस रिकग्निशन सिस्टम, डिजिटल फॉरेंसिक, क्रिप्टो करेंसी जांच सॉल्यूशन और पब्लिक एड्रेस सिस्टम जैसी सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी. शहर में पैनिक बॉक्स सिस्टम, विजुअल डिस्प्ले यूनिट्स, बुलेट-पीटीजेड कैमरे और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरे लगाए जाएंगे. ये तकनीकें अपराधियों की पहचान और आपात स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित करेंगी.
नोएडा का 225 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र इस परियोजना के दायरे में आएगा. नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा प्राधिकरण) ने इस मेगा प्लान को लागू करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. विभिन्न सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन और तकनीकी उन्नयन के जरिए इस योजना को मजबूती दी जाएगी. यह परियोजना नोएडा को न केवल सुरक्षित बनाएगी बल्कि इसे देश के अन्य शहरों के लिए एक मॉडल भी प्रस्तुत करेगी.
दिल्ली से सटे नोएडा को एक सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत शहर बनाने की यह पहल योगी सरकार की प्राथमिकता को दर्शाती है. इस परियोजना के पूरा होने से नोएडा के निवासियों को बेहतर सुरक्षा, सुगम ट्रैफिक और त्वरित आपात सेवाएं मिलेंगी. यह योजना नोएडा को आधुनिक शहर का प्रतीक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
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