Akhilesh Yadav On Karni Sena: आगरा में राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना के उग्र प्रदर्शन के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस बीच इटावा पहुंचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने करणी सेना को ‘बीजेपी की ट्रूपर’ करार देते हुए तीखा हमला बोला और सुमन के सम्मान की रक्षा का वादा किया. उन्होंने सामाजिक भेदभाव, संविधान और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की एकता पर भी जोर दिया.

करणी सेना पर अखिलेश का प्रहार

अखिलेश ने इटावा में कहा ‘अगर कोई हमारे रामजी लाल सुमन या हमारे कार्यकर्ता का अपमान करेगा तो हम समाजवादी लोग उनके साथ खड़े दिखाई देंगे. ये सेना-वेना सब नकली है. ये सब बीजेपी वाले हैं.’ उन्होंने करणी सेना की तुलना हिटलर की सेना से करते हुए आरोप लगाया कि यह बीजेपी की इशारे पर काम कर रही है. अखिलेश ने चेतावनी दी. ‘रामजी लाल सुमन पर कोई अपमानजनक व्यवहार नहीं कर पाएगा. अगर सरकार ने अभी भी खुली छूट दी है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी.’

बीजेपी पर आतंकवाद और स्वास्थ्य संकट का आरोप

सपा प्रमुख ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार जब से आई. आतंकवादी हमले बढ़े हैं. बड़े पैमाने पर फौज के जवान शहीद हुए हैं. उन्होंने स्वास्थ्य संकट पर भी सवाल उठाए और कहा  ‘जो कोरोना में हमें कहते थे वैक्सीन-वैक्सीन, बताओ हार्ट अटैक ज्यादा हो रहे हैं कि नहीं? सुनने में आ रहा है कैंसर भी बहुत बढ़ रहा है.’

संविधान और पीडीए की ताकत

अखिलेश ने संविधान को समाजवादी आंदोलन की बुनियाद बताया. उन्होंने कहा ‘यह संविधान हमारे लिए कर्म ग्रंथ है. बाबा साहब ने भी जीवन भर भेदभाव देखा. जहां जानवर भी पानी पी सकते थे. वहां उन्हें पानी लेने की इजाजत नहीं थी.’ उन्होंने पीडीए की एकता पर जोर देते हुए कहा ‘पीडीए से जुड़कर हम 90 प्रतिशत आबादी को साथ लेकर चलेंगे. कोई कितना भी ताकतवर हो जाए. बाबा साहब का संविधान हम बदलने नहीं देंगे.’

सुमन के घर की सुरक्षा बढ़ी

आगरा में राणा सांगा की जयंती पर करणी सेना की रैली को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है. रामजी लाल सुमन के आवास के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. करणी सेना सुमन के कथित बयान को लेकर माफी की मांग कर रही है. जिसे सपा ने राजनीति से प्रेरित बताया है.

क्या है विवाद?

रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर एक बयान दिया था. जिसे करणी सेना ने अपमानजनक माना. इसके विरोध में आगरा में प्रदर्शन हो रहे हैं. सपा का कहना है कि यह बीजेपी की साजिश है जबकि करणी सेना इसे क्षत्रिय सम्मान का सवाल बता रही है.

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