Rakesh Tikait: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर के टाउन हाल मैदान में आयोजित जन आक्रोश यात्रा से पहले माहौल गरमा गया. हिंदू और व्यापारिक संगठनों की भारी भीड़ ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की लेकिन भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के पहुंचते ही स्थिति बेकाबू हो गई. भीड़ ने टिकैत का बायकॉट करते हुए राकेश टिकैत वापस जाओ के नारे लगाए और उन्हें घेर लिया. खींचतान में उनकी पगड़ी तक उतर गई. जिससे हंगामा और बढ़ गया. पुलिस ने टिकैत को सुरक्षित निकाला.
पिछले कई दिनों से मुजफ्फरनगर में हिंदू संगठन और व्यापारिक संगठन पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा की योजना बना रहे थे. तय कार्यक्रम के अनुसार दोपहर 3 बजे से शहर के बाजार बंद कर दिए गए. लोग टाउन हाल मैदान में एकत्र हुए. जहां शाम 5 बजे यात्रा शुरू होने वाली थी. मैदान में यशवीर महाराज, पूर्व विधायक अशोक कंसल, व्यापारी नेता संजय मित्तल और कृष्णगोपाल मित्तल ने भीड़ को संबोधित किया. बदला ले सरकार के नारे गूंज रहे थे.
नारों की गूंज के बीच भाकियू नेता राकेश टिकैत वहां पहुंच गये. एक दिन पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वह अपने समर्थकों के साथ जन आक्रोश यात्रा में शामिल होंगे. लेकिन उनके मैदान में पहुंचते ही भीड़ ने उनका तीव्र विरोध शुरू कर दिया. कुछ लोगों ने नारेबाजी की. जबकि एक युवक ने झंडे वाली लाठी से टिकैत पर प्रहार करने की कोशिश की. जिससे उनकी पगड़ी उतर गई. टिकैत के समर्थकों ने इसका विरोध किया. जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पुलिस ने हस्तक्षेप कर टिकैत को सुरक्षित बाहर निकाला. आपको बता दें कि टिकैत को लेकर लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उन्होंने बयान दिया था कि चोर आपके बीच में है उसे पकड़ो. उन्होंने पाकिस्तान का बचाव किया था.
हंगामे के बाद राकेश टिकैत ने इसे किसान आंदोलन को कमजोर करने की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस तरह की साजिश की जा रही हैं. आतंकवाद के मुद्दे पर जनता विरोध प्रदर्शन में आ रही है. हम भी इसीलिए आए थे लेकिन कुछ लोगों ने हल्ला कर नारेबाजी कर दी. यह ठीक नहीं है. हम इससे भी बड़ा प्रदर्शन करेंगे और ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे.
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