प्रयागराज: 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का आज 9वां दिन है. रोज़ाना हज़ारों की संख्या में लोग सगम में डुबकी लगाने पूछ रहे हैं और अब तक करोड़ों लोग महाकुंभ स्नान का हिस्सा बन चुके हैं. इसी बीच महाकुंभ में एक ऐसी महिला पहुंची है, जिनके खूब चर्चे हो रहे हैं. बता दें ये महिला और कोई नहीं बल्कि उद्योगपति और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति हैं. वहीं अरबों की संपत्ति और सफलता के बावजूद दोनों सादगीपूर्ण जीवन के लिए पहचाने जाते हैं।
महाकुंभ मेले में बिताएंगी तीन दिन
प्रयागराज के महाकुंभ में शामिल होने पहुंचीं सुधा मूर्ति के हाथों में केवल एक छोटा-सा बैग था। आमतौर पर अमीर लोगों के साथ बड़े-बड़े लगेज देखे जाते हैं, लेकिन सुधा मूर्ति की साधारण उपस्थिति ने उनकी विनम्रता को दर्शाया। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “मैं तीर्थों के राजा प्रयागराज आकर बेहद उत्साहित हूं। यह महाकुंभ 144 साल बाद आया है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं।” उन्होंने बताया कि वह तीन दिनों तक महाकुंभ मेले में रहेंगी।
30 सालों से नहीं खरीदी साड़ी
सुधा मूर्ति की सादगी का एक और उदाहरण उनकी साड़ी पहनने की आदत है। 775 करोड़ रुपये की संपत्ति की मालिक होने के बावजूद उन्होंने पिछले 30 सालों में एक भी साड़ी नहीं खरीदी। इसके पीछे एक दिलचस्प वजह है। काशी की यात्रा के दौरान उन्होंने अपने सबसे प्रिय वस्त्र, साड़ी, को त्यागने का निर्णय लिया। तब से वह केवल गिफ्ट में मिली साड़ियां ही पहनती हैं।
अरबों की संपत्ति
सुधा मूर्ति और नारायण मूर्ति के पास कुल 36,690 करोड़ रुपये की संपत्ति है। फोर्ब्स के अनुसार, नारायण मूर्ति की नेटवर्थ करीब 5 बिलियन डॉलर है। हालांकि इतनी बड़ी संपत्ति के बावजूद यह दंपति साधारण जीवन जीने में विश्वास रखता है। सुधा मूर्ति का यह अंदाज उन्हें दूसरों से अलग बनाता है. यहीं वजह है कि लोग उनकी सादगी के फैन हैं
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