लखनऊ: आगरा: शहर की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज से पहले एक बैग में संदिग्ध वस्तु मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार सुबह नमाज के लिए पहुंचे लोगों ने बैग में जानवर का सिर देखा, जिसके बाद मौके पर सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र हो गए। मस्जिद की देखरेख करने वाली इंतजामिया कमेटी ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया। शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे, इसके लिए मस्जिद परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस ने फौरन सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें एक संदिग्ध युवक को मस्जिद परिसर में बैग रखते हुए देखा गया।

आरोपी की गिरफ्तारी

पुलिस कमिश्नर जे. रवींद्र गौड़ ने बताया कि विशेष टीम गठित कर तेजी से कार्रवाई की गई। सर्विलांस, SOG और स्थानीय थानों की मदद से चार घंटे के भीतर युवक नजरूद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने गुरुवार रात करीब 11 बजे बैग रखा था। वह चेहरा ढककर और चश्मा पहनकर आया था, जिससे पहचान छुपाने की कोशिश की गई।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पास से अन्य संदिग्ध सामग्री भी मिली है और उससे यह जानने की कोशिश हो रही है कि इस हरकत के पीछे मकसद क्या था और क्या इसमें किसी और की भी संलिप्तता है।

इंतजामिया कमेटी ने जताया रोष

जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद जाहिद कुरैशी ने इस घटना को साजिश करार देते हुए कहा कि, “ऐसे कृत्य समुदाय को उकसाने की मंशा से किए जाते हैं। हम शांति बनाए रखने की अपील करते हैं लेकिन दोषी को सख्त सजा दी जाए।”

कमेटी के उपाध्यक्ष मो. शरीफ कुरैशी ने कहा कि, “यह आगरा की फिजा को बिगाड़ने की कोशिश है। मुसलमान सब्र से काम ले रहा है लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके सब्र का इम्तिहान ले रही हैं।” फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और प्रशासन ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।

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