Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को जान से मारने की मिली धमकी, शंकराचार्य सीएम योगी पर बरसे

अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को जान से मारने की मिली धमकी, शंकराचार्य सीएम योगी पर बरसे

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ को लेकर शंकराचार्य ने उत्तर प्रदेश सरकार पर कुंभ की व्यवस्था करने में लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि हादसे में हुई मौतों की संख्या छिपाई जा रही है.हादसे को लेकर शंकराचार्य ने सरकार पर सवालिया निशान उठाए हैं.

Avimukteshwarananda Saraswati received death threats, Shankaracharya lashed out at CM Yogi
inkhbar News
  • Last Updated: February 3, 2025 16:54:01 IST

लखनऊ: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान हुई भगदड़ को लेकर शंकराचार्य ने उत्तर प्रदेश सरकार पर कुंभ की व्यवस्था करने में लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि हादसे में हुई मौतों की संख्या छिपाई जा रही है.हादसे को लेकर शंकराचार्य ने सरकार पर सवालिया निशान उठाए हैं. इस पर उनसे पूछा गया कि क्या सत्ता पक्ष ने उनसे ऐसे बयान न देने को कहा था, तो शंकराचार्य ने कहा कि वह आते तो बेहतर होता. रुकना या न रुकना अलग बात है, लेकिन कम से कम वह हमें सच तो बताने आता।

मरने से क्यों डरना चाहिए?

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, ‘उनके कुछ लोग आते थे और कहते थे कि महाराज जी, आप जो कह रहे हैं वह तथ्यों के विपरीत है। सच तो यह है कि हम चाहते थे कि वह हमारे सामने सच्चाई पेश करें, लेकिन वह इस तरह संवाद नहीं करते। उनके लोग धमकी देते हैं. जैसे कल 4-5 लोगों ने लिखा कि तुम्हें मारो तो मारो. एक संन्यासी को मरने से क्यों डरना चाहिए? हमें कौन से सांसारिक सुख भोगने हैं? शंकराचार्य ने आगे कहा कि अभी तक मृतकों की संख्या सही नहीं बताई जा रही है. कितने लोग नहा रहे हैं, इसका डेटा हर घंटे मिलता है कि कितने लोग नहाये हैं.

लाठियां मारकर भगा रही थी

आपके पास इतने करोड़ स्नानार्थियों की गिनती करने की व्यवस्था है, लेकिन अगर चार दिन बाद भी मृतकों की गिनती आपके पास नहीं है, तो यह कैसी व्यवस्था है? सिस्टम में कोई कमी है या नहीं.स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने यह भी कहा कि जब मीडिया इस घटना को कवर करने जा रहा था तो पुलिस उन्हें लाठियां मारकर भगा रही थी. उन्होंने कहा कि क्या हिंदू समाज चाहेगा कि हम सरकार के पक्ष में खड़े होकर मलाई काटें या फिर वह चाहेगा कि हम उनके लिए आवाज उठाएं. इसलिए हमने जोखिम उठाकर उनकी आवाज उठाई है।’ हम हिंदू समाज के साथ खड़े हैं. हम राजनीति के साथ नहीं खड़े हैं.

 

ये भी पढ़ें:  अखिलेश यादव के सांसद को कुत्ता बनाया गया, शरीर पर कलेजा नहीं… बेटियों का हुआ अपमान