लखनऊ: नए साल के अवसर पर वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन, गंगा आरती और नौका विहार जैसे गतिविधियों के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए वाराणसी जल पुलिस और नाविक समाज ने सुरक्षा के मद्देनजर महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
जल पुलिस और नाविक समाज की बैठक में तय किया गया है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शाम 4:00 बजे के बाद गंगा नदी के उस पार जाने वाली नावों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही, रात 8:00 बजे के बाद किसी भी नाव का संचालन नहीं किया जाएगा। यह कदम सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए उठाया गया है।
बैठक में यह भी निर्देश दिया गया है कि किसी भी नाविक द्वारा प्रशासनिक नियमों का उल्लंघन न हो। इसके अलावा गंगा नदी में संचालित होने वाली सभी नावों के लाइसेंस की जांच आज से शुरू की जाएगी। नावों को मानकों के अनुसार संचालन के लिए तैयार किया जा रहा है। वहीं अगर किसी नाविक द्वारा नियम तोड़े जाते हैं तो उनकी नाव को सीज कर दिया जाएगा। बता दें, प्रशासन द्वारा पहले भी नावों के मानकों और यात्रियों की निर्धारित संख्या को लेकर चेकिंग अभियान चलाया जा चुका है। इस बार भी यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर नाव मानक के अनुरूप चले और किसी भी यात्री की सुरक्षा से समझौता न हो।
वाराणसी गंगा नदी नाविक संगठन से जुड़े शंभू निषाद ने बताया कि इन दिनों लोग गंगा उस पार जाकर नए साल का जश्न मनाते हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा इंतजामों को मजबूत किया गया है। प्रशासन इस बात पर विशेष नजर रखेगा कि सभी गतिविधियां नियमों के तहत संपन्न हों।
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