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पानी में फेंकी गईं लाशें.. महाकुंभ में भगदड़ के बाद जया बच्चन का दावा, जेल भेजने पर अड़े लोग

समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ भगदड़ मामले में विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कुंभ का पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित हो गया है क्योंकि उसमें लाशें फेंकी गई है.

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  • Last Updated: February 4, 2025 09:49:49 IST

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ भगदड़ मामले में विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कुंभ का पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है. भगदड़ में मरने वाले लोगों के शवों को नदी में फेंक दिया गया है, जिससे पानी दूषित हो गया है. यही पानी वहां के लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है. देश के असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उनके बयान पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. साथ ही बयान को अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है और मांग की है कि जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

जया बच्चन पर भड़की वीएचपी

VHP के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि एक उच्च पदस्थ सांसद का ऐसा बयान देश में अस्थिरता पैदा करने वाला है. गलत बयान देकर सनसनी फैलाने के आरोप में जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.’ महाकुंभ आस्था और भक्ति की रीढ़ है, जहां धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस महान अनुष्ठान से करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं जुड़ी हुई हैं.

जया बच्चन ने किया दावा

कल संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए जया बच्चन ने दावा किया कि इस समय पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित कहां है? यह कुम्भ में है. भगदड़ में मरने वालों के शवों को नदी में फेंक दिया गया है, जिससे पानी दूषित हो गया है. कुंभ में असल मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और महाकुंभ में आने वाले आम लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है और न ही उन्हें कोई विशेष सुविधाएं मिल रही हैं.

छुपाई मरने वालों की संख्या

जया बच्चन ने कुंभ में श्रद्धालुओं की मौजूदगी को लेकर यूपी सरकार के आंकड़ों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि वे झूठ बोल रहे हैं कि उस स्थान पर करोड़ों लोग आए हैं, इतनी बड़ी संख्या में लोग किसी भी समय वहां कैसे इकट्ठा हो सकते हैं? सरकार को सच बताना चाहिए कि कुंभ में क्या हुआ, संसद में बताना चाहिए. प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम के शवों को पानी में फेंक दिया है और हम संसद में जल शक्ति पर भाषण दे रहे हैं. सरकार को सही संख्या बतानी चाहिए और संसद में दोहरी बातें नहीं करनी चाहिए.’ जनता के सामने बोलकर स्पष्टीकरण देना चाहिए. पिछले हफ्ते, महाकुंभ में भगदड़ में कम से कम 30 लोग मारे गए थे क्योंकि मौनी अमावस्या के अवसर पर दूसरे अमृत स्नान के लिए संगम पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए थे. इस घटना ने प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए की गई व्यवस्थाओं पर गंभीर चिंताएं और सवाल खड़े कर दिए हैं. महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर समाप्त होगा.

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