लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले और दूसरे दिन विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने 24 नवंबर को संपन्न हुए उपचुनावों का जिक्र करते हुए विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं पर निशाना साधा। सीएम ने कुंदरकी, सीसामऊ और करहल सीटों का उल्लेख किया, जिनमें से एक कुंदरकी पर बीजेपी की जीत हुई थी, जबकि करहल और सीसामऊ में सपा ने जीत दर्ज की थी।
सीएम ने यह भी बताया कि 2022 के विधानसभा चुनावों में करहल और सीसामऊ में जो अंतर था, वह उपचुनाव में कम हो गया है। उन्होंने कहा, “जब आपके असली चेहरे का पता चला, तो जनता ने सपा को जवाब दिया। 2022 में करहल में सपा 67-70 हजार वोटों से आगे थी, लेकिन इस बार अंतर सिर्फ 13-14 हजार का रह गया। सीसामऊ में भी सपा मुश्किल से जीत सकी।”
दूसरे दिन भी सीएम ने कुंदरकी का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष का हाल भी वही होगा, जो कुंदरकी में हुआ था। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वे सकारात्मक राजनीति अपनाएं और अपने क्षेत्र के लोगों के फायदे के लिए काम करें। सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार नकारात्मक राजनीति को नहीं बढ़ावा देगी और युवाओं के भविष्य के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं करने देगी।
सीएम का ध्यान इस बात पर है कि कुंदरकी सीट मुस्लिम बहुल थी और बीजेपी का मानना है कि यहां के मुस्लिम मतदाताओं का वोट बंटने के कारण उनकी जीत हुई। बीजेपी नेताओं का कहना है कि तुर्कों ने बीजेपी को वोट दिया और “बटेंगे तो कटेंगे” का संदेश वोटरों को एकजुट करने में सफल रहा। इसके अलावा, सरकार और बीजेपी पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वे नीतियां और फैसले एक विशेष दिशा में ले रहे हैं। ऐसे में सीएम योगी लगातार उपचुनाव के परिणामों का हवाला दे रहे हैं ताकि इन आरोपों को खारिज किया जा सके।
सपा इस पर खामोश है, लेकिन जब सीएम ने सपा के करहल और सीसामऊ के बारे में टिप्पणी की, तो सपा नेता शिवपाल यादव ने जवाब देते हुए कहा, “अगली बार देखिएगा।” अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सपा इस पर आगे क्या प्रतिक्रिया देती है, क्योंकि पहले भी वह आरोप लगा चुकी है कि बीजेपी ने प्रशासन और पुलिस के दम पर उपचुनाव जीते हैं।
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