लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्र और छात्रा के साथ मिलकर रोज़ा इफ्तार करने पर विवाद खड़ा हो गया। स्थानीय संगठनों और कुछ निवासियों ने इसका विरोध करते हुए धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के खिलाफ बताया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान छात्र को हिरासत में लिया गया, जबकि छात्रा को उसके परिवार के सौंप दिया गया।
घटना बारादरी थाना क्षेत्र के बीडीए कॉलोनी की है। लखीमपुर खीरी निवासी सफिउल्ला बरेली के एक निजी मेडिकल कॉलेज में पढ़ता है। वह अपनी सहपाठी छात्रा के साथ रोज़ा इफ्तार के लिए अपने दोस्त के कमरे पर पहुंचा। इसी दौरान कुछ स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए आपत्ति जताई। स्थानीय निवासियों का कहना था कि यह सामाजिक परंपराओं के खिलाफ है। मामला तब और तनावपूर्ण हो गया जब पता चला कि छात्रा हिंदू समुदाय से है। यह खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए और विरोध शुरू कर दिया।
स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची। बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सख्ती से काम लेना पड़ा। शांति भंग न हो, इसके लिए छात्र को हिरासत में लेकर उस पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया, जबकि छात्रा को सुरक्षित उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
छात्रा के परिवार ने स्थानीय लोगों के विरोध पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि सहपाठियों का साथ बैठकर इफ्तार करना अपराध नहीं है और समाज को ऐसे मामलों को अनावश्यक तूल नहीं देना चाहिए। उन्होंने व्यक्तिगत स्वतंत्रता और मित्रता को समझने की जरूरत पर जोर दिया। फिलहाल, पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है।
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