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रोज मां को नींद की गोली खिलाकर करती थी घिनौना काम, सच्चाई जानकर शर्म से झुक जाएंगी आंखें

यूपी के लखनऊ में एक 15 साल की बच्ची पिछले 3 महीने से रोज अपनी मां को नींद की गोलियां खिला रही थी। इसके बाद बाॅयफ्रेंड के साथ घूमने के लिए निकल जाती थी, गोलियों के हैवी डोज से जब मां बीमार हो गई तो मामले का खुलासा हुआ।

dian daughterc doing misbehave with his mother
inkhbar News
  • Last Updated: February 27, 2025 19:12:42 IST

नई दिल्ली: लखनऊ के कृष्णनगर इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां 15 वर्षीय एक किशोरी ने अपनी मां को लगातार तीन महीने तक खाने में नींद की गोलियां मिलाकर दीं। इसका उद्देश्य मां को बेहोश रखकर अपने दोस्त से फोन पर बात करना और उससे मिलने के लिए घर से बाहर जाना था।

मां के खाने में देती थी नींद की गोलियां

किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह रोजाना अपनी मां के खाने में 3-4 नींद की गोलियां मिला देती थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि उसके पास जहर की एक शीशी भी थी, जो उसके दोस्त ने दी थी। शुरुआत में उसने मां को जहर देने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उसने अपना इरादा बदल लिया और सिर्फ नींद की गोलियां देने लगी।

नींद की गोलियों की भारी खुराक दी

घटना तब उजागर हुई जब लगातार दवाओं के असर से मां की तबीयत खराब होने लगी। परिवार वालों को शक हुआ और वे उसे अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने बताया कि महिला को लंबे समय से नींद की गोलियों की भारी खुराक दी जा रही थी। जब परिजनों ने किशोरी से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी। यह मामला तब शुरू हुआ जब किशोरी की फोन पर बात करने की आदत पर उसकी मां ने रोक लगा दी और उसका फोन छीन लिया। इससे नाराज होकर लड़की ने मां से झगड़ा किया और मारपीट भी की। गुस्से में आकर उसने मां को बेहोश करने की साजिश रची, ताकि वह अपनी मर्जी से काम कर सके।

घटना समाज पर धब्बा

जब इस घटना का खुलासा हुआ, तो परिवार ने किशोरी को घर पर रखने से इनकार कर दिया। परामर्शदाताओं ने परिवार को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। आखिरकार, लड़की को शेल्टर होम भेज दिया गया। यह घटना समाज के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करती है। माता-पिता और बच्चों के बीच संवाद की कमी और डिजिटल युग में किशोरों के बढ़ते प्रभाव पर ध्यान देना जरूरी है। यह स्पष्ट करता है कि इस उम्र में बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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