नई दिल्ली: महाकुंभ मेले में पिछले कुछ दिनों से पीपा पुल के बंद होने को लेकर विवाद बढ़ गया था। रविवार को यह स्थिति और भी गंभीर हो गई, जब पीपा पुल बंद होने के कारण आम श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान मीडिया की रिपोर्टिंग के दौरान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने पीपा पुल को तुरंत खोलने का आदेश दिया।
पुल खोलने का आदेश दिया
श्रद्धालुओं की शिकायतों के अनुसार, पुल बंद होने के कारण उन्हें अधिक दूरी तय करनी पड़ रही थी, जिससे उनकी यात्रा असुविधाजनक हो रही थी।एक मीडिया टीम ने जब इस मुद्दे पर पुलिस से सवाल किया, तो पीपा पुल नंबर 9 पर पुलिस और मीडिया कर्मियों के बीच तनाव बढ़ गया। इसके बाद, मामला गंभीर होता देख मुख्यमंत्री कार्यालय ने त्वरित रूप से पुल खोलने का आदेश दिया। उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने इस संदर्भ में जानकारी दी।
महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेला प्रशासन और पुलिस को “शून्य त्रुटि” के साथ स्नान संपन्न कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद, पुलिस और प्रशासन ने तैयारियों को और मजबूत किया। एडीजी भानु भास्कर ने भी मेला क्षेत्र में मौजूद रहकर भीड़ नियंत्रण व्यवस्था की निगरानी की।
भीड़ नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश दिए
इससे पहले, मंगलवार रात संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रयागराज पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया था और अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की थी। इसके साथ ही उन्होंने बसंत पंचमी स्नान के लिए तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को शून्य त्रुटि के साथ स्नान संपन्न कराने का स्पष्ट निर्देश दिया। रविवार को एडीजी भानु भास्कर मेला प्राधिकरण के कमांड सेंटर में पहुंचे और मेला क्षेत्र की पूरी निगरानी की। उन्होंने लाउडस्पीकर के माध्यम से भीड़ नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश दिए।