प्रयागराज/लखनऊ। महाकुंभ मेले में मंगलवार देर रात मची भगदड़ के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर है। भगदड़ की घटना के बाद मेला क्षेत्र में भीड़ थोड़ी कम जरूर हो गई है लेकिन लाखों की संख्या में लोग अभी भी वहां फंसे हुए हैं। बहुत सारे लोग प्रयागराज की सीमा पर अपने वाहन के साथ खड़े हैं और मेला क्षेत्र में एंट्री का इंतजार कर रहे हैं।
इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महाकुंभ की भीड़ को लेकर यूपी सरकार को सुझाव दिया है। अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, ‘उप्र सरकार को महाकुंभ में फँसे लोगों के राहत के लिए व्यवस्था संबंधित सुझाव :
– भोजन-पानी के लिए जगह-जगह दिन-रात ढाबे खोलने और भंडारों के आयोजन की अपील की जाए।
– प्रदेश भर से मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ़ को स्वयं सेवी लोगों के दुपहिया वाहनों के माध्यम से दूरस्थ इलाक़ों में फँसे लोगों तक पहुँचाने की व्यवस्था हो।
– महाकुंभ के आस-पास और प्रदेश भर में मीलों तक फँसे वाहनों को पेट्रोल-डीज़ल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
– दवाई की दुकानों को दिन-रात खोलने की अनुमति दी जाए।
– लोगों को कपड़े और कंबल दिये जाए।
जहाँ हज़ारों करोड़ रूपये प्रचार पर और दुर्घटना की ख़बरें दबाने के लिए बहाए जा रहे हैं वहाँ पीड़ितों के लिए कुछ करोड़ ख़र्च करने से सरकार पीछे क्यों हट रही है?’
बता दें कि यूपी के प्रयागराज में मंगलवार देर रात हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है। घटना के 17 घंटे बाद राज्य सरकार ने इन मौतों की पुष्टि की है। DIG महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कुंभ में हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान गई है। इनमें से 25 लोगों की शिनाख्त हो गई है। डीआईजी ने बताया कि भगदड़ में 90 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।