लखनऊ। उत्तर प्रदेश का वाराणसी अपनी संस्कृति के लिए पूरे भारत में जाना जाता है। हिंदू धर्म के मुताबिक यहां पर सत्य ज्ञान मोक्ष तीनों तत्वों की प्राप्ति होती है। जो कि जीवन का सत्य है। काशी की संस्कृति अद्भुत है,यहां हर त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाये जाते हैं। त्योहार को मनाने का वाराणसी का अपना ही अलग ढंग है। इन्हीं में से एक है वाराणसी की भस्मों की होली। होली से कुछ दिन पहले यहां भस्मों की होली खेली जाती है। इस बार भस्मों की होली 11 मार्च को खेली जाएगी।
प्रशासन ने दी चेतावनी
वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर भस्मों की होली खेलने की तैयारी शुरु हो चुकी है। पिछले वर्ष इस होली के समारोह में यहां लाखों में भीड़ थी। इस बार पुलिस प्रशासन ने शुरुआती समय से ही चेतावनीदेनी शुरू कर दी है। किसी भी प्रकार की बदसलूकी को प्रशासन द्वारा माफ नहीं किया जाएगा। वहीं आयोजकों द्वारा लोगों से अनुरोध किया गया है कि काशी की परंपरा को ध्यान में रखकर इस पर्व पर शामिल हो। साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा नशे करने वाले लोगों को इस पर्व पर शामिल न होने की हिदायत दी है।
ड्रोन से रखी जाएगी नज़र
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहां कि त्योहार पर कुछ लोग अराजकता फैलाने का कार्य करते हैं। लेकिन परंपरा की आड़ में नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी पर ड्रोन से नज़र रखी जाएगी। जो लोग नशा करते हुए अथवा परंपरा पर्व के दौरान शांति भंग करने की कोशिश करते हैं, उनपर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।