Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • ये कैसी परीक्षा ! Exam से पहले मां की मौत, आंखों में आंसुओं का सैलाब, शव से लिया आशीर्वाद और चल पड़ा अग्निपथ पर…

ये कैसी परीक्षा ! Exam से पहले मां की मौत, आंखों में आंसुओं का सैलाब, शव से लिया आशीर्वाद और चल पड़ा अग्निपथ पर…

तमिलनाडु बोर्ड परीक्षा के पहले दिन एक ऐसी घटना सामने आई, जहां12वीं कक्षा के छात्र सुनील कुमार ने परीक्षा से कुछ घंटे पहले अपनी मां को खो दिया. छात्र की मां लंबे समय से दिल की बीमारी से जूझ रही थीं। इसी बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सुनील के साहस की सराहना करते हुए ट्वीट किया, "यही तमिल समुदाय की पहचान है! हमारे लिए शिक्षा से बढ़कर कुछ नहीं।"

tamil nadu student, mother expire before exam
inkhbar News
  • Last Updated: March 8, 2025 15:44:28 IST

नई दिल्ली: तमिलनाडु बोर्ड परीक्षा के पहले दिन एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं। बता दें 12वीं कक्षा के छात्र सुनील कुमार ने परीक्षा से कुछ घंटे पहले अपनी मां को खो दिया, लेकिन कठिन हालात के बावजूद उसने परीक्षा देने का फैसला किया। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी उसकी हिम्मत की सराहना की। वहीं अब सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जहां छात्र अपनी मां के शव से आशीर्वाद लेता नजर आ रहा है.

कैसे हुआ मां का निधन

तिरुनेलवेली जिले के वल्लीयूर के रहने वाले सुनील कुमार तमिलनाडु बोर्ड से 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं। 3 मार्च 2025 को उनकी पहली परीक्षा थी, लेकिन इसी दिन उनकी मां सुबलक्ष्मी का निधन हो गया। वह लंबे समय से दिल की बीमारी से जूझ रही थीं। छह साल पहले ही सुनील के पिता का भी देहांत हो चुका था। मां ही उनके और उनकी बहन यासिनी के जीवन की ताकत थीं।

मृत मां से लिया आशीर्वाद

हालांकि इस दौरान छात्र का परीक्षा देना का बिलकुल मन नहीं था. इसी दौरान परिवार और रिश्तेदारों ने उन्हें समझाया कि उनकी मां हमेशा चाहती थीं कि वह अच्छे अंकों से परीक्षा पास करें। इसके बाद छात्र सुनील अपनी यूनिफॉर्म और हॉल टिकट को मां के चरणों में रखकर आशीर्वाद लिया। वह फूट-फूटकर रोने लगा, लेकिन परिजनों ने उसे संभाला और परीक्षा केंद्र तक लेकर गए।

तमिलनाडु के CM

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सुनील के साहस की सराहना करते हुए ट्वीट किया, “यही तमिल समुदाय की पहचान है! हमारे लिए शिक्षा से बढ़कर कुछ नहीं।” उन्होंने सुनील की हिम्मत को सलाम किया। इसके अलावा राज्य के शिक्षा मंत्री अंबिल महेश की टीम ने भी सुनील से मुलाकात की। उन्होंने छात्र को समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि वह एक भाई की तरह उसका दर्द समझ सकते हैं। टीम ने सुनील को परीक्षा जारी रखने के लिए प्रेरित किया। वहीं सुनील कुमार की यह कहानी सभी छात्र और छात्राओं के लिए एक पप्रेरणा की तरह है कि कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।

ये भी पढ़ें: नेशनल हाईवे पर मटन कहकर परोसा जा रहा बीफ, वायरल वीडियो में हुआ खुलासा