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पीके ने चंद्रबाबू नायडू से क्यों की नीतीश की तुलना? कभी BJP के खिलाफ खोला था मोर्चा

पटना: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार और राजद के पास अपना कोई ठिकाना नहीं है. लोकसभा चुनाव के लिए सभी गैर भाजपा पार्टियों को साथ लाने में जुटे सीएम नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने आगे कहा कि ये लोग […]

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  • Last Updated: April 25, 2023 15:49:03 IST

पटना: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार और राजद के पास अपना कोई ठिकाना नहीं है. लोकसभा चुनाव के लिए सभी गैर भाजपा पार्टियों को साथ लाने में जुटे सीएम नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने आगे कहा कि ये लोग क्या किसी को पीएम बनाएंगे. नीतीश का हाल 2024 में चंद्रबाबू नायडू जैसा होगा. बता दें, एक दिन पहले ही नीतीश और तेजस्वी ने लोकसभा चुनाव को लेकर बंगाल में सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी. इससे पहले वह आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियों के दिग्गज नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं.

 

विपक्षी दलों को साथ लाने की कवायद

प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर उन्होंने चंद्रबाबू नायडू से नीतीश कुमार की तुलना क्यों की. दरअसल चंद्रबाबू नायडू आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे को बनाने की कवायद की थी. उन्होंने बिना बताया कांग्रेस के साथ मिलकर नया मोर्चा बनाना चाहा था. इसके लिए उन्होंने कई अलग-अलग राज्यों में जाकर क्षेत्रीय दलों को एकत्र करने के लिए दलों के नेतृत्व से मुलाकात भी की थी.

फेल हो गई योजना

चंद्रबाबू नायडू इन सभी बैठकों के दौरान लगातार 1996 लोकसभा चुनाव का उदाहरण दे रहे थे. बता दें ये वो दौर था जब सभी क्षेत्रीय दलों ने साथ आकर सरकार बनाई थी. हालांकि साल 2019 में परिणाम उनकी अपेक्षाओं के विपरीत आए. एक ओर लोकसभा चुनाव में चंद्रबाबू नायडू की विपक्षी पार्टियों को साथ लाने की इच्छा धरी की धरी रह गई दूसरी ओर उन्हें मुख्यमंत्री पद से भी हाथ धोना पड़ा. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी केवल 3 सीटों पर जीत हासिल कर पाई. विधानसभा चुनाव में उन्हें केवल 23 सीटें भी नसीब नहीं हुईं. जबकि जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने 151 सीट हासिल की.

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