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वर्क लाइफ बैलेंस! अखिलेश ने लिखी ऐसी बात, पढ़कर योगी भी कर उठेंगे वाह-वाह

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का एक सोशल मीडिया पोस्ट खूब वायरल हो रहा है। पोस्ट में अखिलेश ने वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर बातें कही है। साथ में सरकार को भी घेरने का काम किया है। अखिलेश ने अपने पोस्ट में बेहतर रिजल्ट के लिए युवाओं पर पड़ रहे काम के प्रेशर […]

योगी -अखिलेश
inkhbar News
  • Last Updated: September 19, 2024 12:54:30 IST

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का एक सोशल मीडिया पोस्ट खूब वायरल हो रहा है। पोस्ट में अखिलेश ने वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर बातें कही है। साथ में सरकार को भी घेरने का काम किया है। अखिलेश ने अपने पोस्ट में बेहतर रिजल्ट के लिए युवाओं पर पड़ रहे काम के प्रेशर का जिक्र किया है। हाल ही में खबर आई है कि 26 वर्षीय CA के ऊपर काम का इतना दबाव था कि उसकी मौत हो गई। मां ने इसे लेकर कंपनी को पत्र लिखा, जिसपर अखिलेश ने प्रतिक्रिया दी है।

मां का पत्र झकझोरने वाला

अखिलेश ने अपने पोस्ट में लिखा है कि ‘Work-life balance’ का संतुलित अनुपात किसी भी देश के विकास का एक मानक होता है। पुणे में एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी में काम करनेवाली एक युवती की काम के तनाव से हुई मृत्यु और उस संदर्भ में उसकी माँ का लिखा हुआ भावुक पत्र देश भर के युवक-युवतियों को झकझोर गया है। ये किसी एक कंपनी या सरकार के किसी एक विभाग की बात नहीं बल्कि कहीं थोड़े ज़्यादा, कहीं थोड़े कम, हर जगह लगभग एक-से ही प्रतिकूल हालात हैं।

चेतावनी की तरह ले सरकार

अखिलेश ने आगे लिखा है कि देश की सरकार से लेकर कॉरपोरेट जगत तक को इस पत्र को एक चेतावनी और सलाह के रूप में लेना चाहिए। यदि काम की दशाएँ और परिस्थितियाँ ही अनुकूल नहीं होंगी तो परफॉरमेंस और रिज़ल्ट्स कैसे अनुकूल होंगे। इस संदर्भ में नियम-क़ानून से अधिक आर्थिक हालातों को सुधारने की ज़रूरत है। इम्प्लॉयिज़ पर अधिक-से-अधिक काम करवाये जाने का ज़बरदस्त दबाव है।

देश का मेंटल हेल्थ अच्छा होना जरूरी

अखिलेश ने लिखा है कि जब देश की मेंटल हेल्थ अच्छी होगी तभी तरक़्क़ी होगी। सरकार को इस संदर्भ में सबसे पहले अपनी सोच बदलनी होगी और काम करने के तरीक़ों को भी, जहाँ ज़्यादा-से-ज़्यादा घंटे काम करने का दिखावटी पैमाना नहीं बल्कि अंत में परिणाम क्या निकला, ये आधार होना चाहिए।

 

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