Inkhabar
  • होम
  • टेक
  • Air India : सरकार की तैयारी, 2 और कम्पनियां हो सकती है प्राइवेट

Air India : सरकार की तैयारी, 2 और कम्पनियां हो सकती है प्राइवेट

नई दिल्ली : एयर इंडिया के टाटा ग्रुप का हिस्सा होने के बाद सरकार अब एयर इंडिया से ही जुड़ी हुई दो कम्पनियां एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ( AIASL ) और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड ( AIESL ) को सरकार निजी हाथो में सौपने की तैयारी में है. अभी एक अधिकारी ने इसकी […]

Air India
inkhbar News
  • Last Updated: September 20, 2022 11:59:18 IST

नई दिल्ली : एयर इंडिया के टाटा ग्रुप का हिस्सा होने के बाद सरकार अब एयर इंडिया से ही जुड़ी हुई दो कम्पनियां एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ( AIASL ) और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड ( AIESL ) को सरकार निजी हाथो में सौपने की तैयारी में है. अभी एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी उन्होंने कहा की हम जल्द ही इच्छुक बोलीदाताओं को आमंत्रित करेंगे और उन्होंने बताया की इसके लिए सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग द्वारा एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ( AIASL ) और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड ( AIESL ) में निवेश करने वाले उद्योगपति का पता लगाने के लिए बैठक और रोड शो करना जारी कर दिया है ,

एयर इंडिया से जुड़ी और कौन कौन सी है कम्पनियां

आपको याद होगा जल्द ही कर्जे के चपेट में आयी एयर इंडिया को सरकार ने पिछले वर्ष अक्टूबर माह में टाटा ग्रुप के हाथो सौप दिया था। यह डील 18,000 करोड़ रूपये में की गयी थी और जनवरी माह में पूर्ण रूप से टाटा ग्रुप को सौंप दी गयी थी।

कब तक हो सकता है निजीकरण

लेकिन इस सौदे में एयर इंडिया से जुड़ी 4 और कंपनी (एआईएएसएल) एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड , (एआईईएसएल) एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड ,(एएएएल) एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड और (एचसीआई) होटल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड उस डील में शामिल नहीं थी। अगर इन कंपनी के वैल्यूएशन की बात करे तो लगभग 15000 करोड़ रूपये है , उस समय इन कंपनियों को और गैर-प्रमुख सम्पति को एक एसपीवी – एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) में स्थानांतरित कर दिया गया था उस वक़्त सरकार के द्वारा कहा गया था कि इन सभी सहायक कंपनी के साथ साथ गैर-प्रमुख सम्पति को आने वाले समय में बेचा जायेगा, इसी क्रम में सरकार कदम आगे बढ़ा चुकी है और जल्द ही इनका निजीकरण हो सकता है।