नई दिल्ली:  डिजिटल युग के इस दौर में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स नई-नई रणनीतियां अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इन बढ़ते अपराधों के मद्देनजर सरकार और टेलीकॉम कंपनियां लगातार कदम उठा रही हैं। इसी बीच दूरसंचार विभाग (DoT) ने 120 करोड़ मोबाइल यूजर्स के लिए एक अहम चेतावनी जारी की है।

फर्ज़ी साल वाले नंबर

दूरसंचार विभाग ने मोबाइल यूजर्स को आगाह करते हुए कहा है कि अनजान अन्तर्राष्ट्रीय नंबर से आने वाली कॉल्स का जवाब देने या उन्हें रिसीव करने से पहले सतर्क रहें। खासतौर पर वे कॉल्स जो +91 के अलावा अन्य अन्तर्राष्ट्रीय कोड्स जैसे +77, +85, +86, +87, +89, और +84 से आती हैं, फर्जी हो सकती हैं।

90% स्पैम कॉल्स की पहचान

सरकार ने 22 अक्टूबर को एक अन्तर्राष्ट्रीय इनकमिंग फर्जी कॉल रोकथाम प्रणाली शुरू की थी। इस प्रणाली के तहत, 24 घंटे के भीतर ही 1.35 करोड़ से अधिक संदिग्ध कॉल्स में से 90% कॉल्स को स्पैम के रूप में चिन्हित किया गया। हालांकि, इसके बाद स्कैमर्स ने अपनी रणनीति बदलते हुए ठगी के लिए अन्तर्राष्ट्रीय नंबरों का उपयोग करना शुरू कर दिया है। बता दें DoT ने कहा है कि कुछ कॉल्स खुद को सरकारी विभाग का बताकर मोबाइल यूजर्स को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ट्राई या दूरसंचार विभाग कभी भी इस तरह के कॉल्स नहीं करता।

फर्जी कॉल्स की शिकायत कहां करें

अगर किसी यूजर को फर्जी अन्तर्राष्ट्रीय कॉल आती है, तो वह इसकी शिकायत चक्षु पोर्टल पर दर्ज करा सकता है। विभाग ने यह भी बताया कि स्कैमर्स इंटरनेट-जनरेटेड कॉल्स के जरिए ठगी कर रहे हैं। यह पहली बार नहीं है जब DoT ने इस तरह की चेतावनी जारी की है। हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी +77, +89, +85 जैसे अंतरराष्ट्रीय नंबरों से आने वाली कॉल्स से सतर्क रहने की अपील की गई थी।

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