नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम एक नया एआई-पावर्ड टूल एडल्ट क्लासिफायर जल्द ही लॉन्च होने वाला है, जो यह पता लगाएगा कि कोई बच्चा अपनी उम्र के बारे में झूठ बोल रहा है या नहीं। यह टूल प्रोफाइल की जानकारी का विश्लेषण कर यह तय करेगा कि यूजर एडल्ट है या नहीं। इस फीचर के कारण इंस्टाग्राम पर क्या बदलाव देखने को मिलेंगे और ये फीचर काम करेगा आइए जानते है.

कैसे काम करेगा एडल्ट क्लासिफायर

मेटा ने हाल ही में अपने ब्लॉग पोस्ट में घोषणा की है. इसमें कंपनी ने बताया कि “एडल्ट क्लासिफायर” नाम से यह एआई मॉडल यूजर्स की उम्र का पता लगाने के लिए प्रोफाइल की जानकारी जैसे कि अकाउंट कब बनाया गया था और अन्य लोगों के साथ उनके कंटेंट व इंटरैक्शन का विश्लेषण करेगा। वहीं अगर यह फीचर किसी अकाउंट को 18 साल से कम का पाता है, तो वह उसे “टीन अकाउंट” में बदल देगा। इसके साथ ही किशोरों के अकाउंट को प्राइवेट कर दिया जाएगा और उन्हें अजनबियों को मैसेज भेजने से भी रोका जाएगा। यह बदलाव इंस्टाग्राम को किशोरों के लिए सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

माता-पिता की अनुमति ज़रूरी

मेटा ने पहले ही किशोरों की प्राइवेसी और सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए कुछ नियम लागू किए हैं। इन सेटिंग्स को माता-पिता की अनुमति के बिना बदला नहीं जा सकेगा, ताकि बच्चों को ऑनलाइन खतरे से बचाया जा सके। अगर एडल्ट क्लासिफायर गलती से किसी अकाउंट को गलत तरीके से पहचान लेता है, तो यूजर मेटा से अपील कर सकता है। इसके लिए उन्हें अपनी सरकारी आईडी या सेल्फी अपलोड करनी होगी।

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