नई दिल्ली: फोटो और वीडियो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम को चुनौती देने के लिए एक नया प्लेटफॉर्म पिक्सेलफेड लॉन्च किया गया है। यह नया ऐप इंस्टाग्राम की तरह ही दिखने और काम करने वाला है लेकिन दावा किया जा रहा है कि यह बेहतर यूजर कंट्रोल और प्राइवेसी फीचर्स प्रदान करता है। आइए जानते है कि ये आप कैसे काम करता है और क्या ये इंस्टाग्राम को टक्कर दे पाएगा।
पिक्सेलफेड एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो फोडाइवर्स नाम के नेटवर्क पर आधारित है। यह प्लेटफॉर्म मैस्टोडॉन और अन्य एक्टिविटीपब-बेस्ड नेटवर्क्स से जुड़ा हुआ है। इस ऐप के जरिए यूजर्स न केवल फोटो और वीडियो साझा कर सकते हैं, बल्कि अन्य लोगों को फॉलो करने और उनके साथ चैट करने ऑप्शन भी यूजर्स को दिया गया है.
पिक्सेलफेड का सबसे बड़ा दावा यह है कि इसमें यूजर्स का डेटा सेंट्रलाइज्ड सर्वर पर स्टोर नहीं किया जाता। यह सुविधा इसे बाकी सोशल मीडिया ऐप्स से अलग बनाती है। ऐप का इंटरफेस काफी हद तक इंस्टाग्राम जैसा है, जिससे नए यूजर्स इसे आसानी से समझ और इस्तेमाल कर सकते हैं।
पिक्सेलफेड की लॉन्चिंग मेटा के हालिया कंटेंट मॉडरेशन नीति के बाद हुई है। कुछ रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई कि मेटा ने गलती से पिक्सेलफेड के लिंक को फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया था। हालांकि बाद में इन पोस्ट्स को फिर से एक्टिव कर दिया गया। बता दें पिक्सेलफेड के मालिक डैनियल सुपरनॉल्ट ने इससे पहले पिछले अक्टूबर में TikTok के विकल्प के रूप में लूप्स नामक एक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था।
यह ऐप यूजर्स को उनके डेटा और कंटेंट पर कट्रोल करने का ऑप्शन देता है। इसके जरिए कई यूजर्स एक साथ कम्युनिकेट कर सकते हैं। वहीं प्राइवेसी को लेकर ऐप के फीचर्स इसे बाकी प्लेटफॉर्म्स से अलग बनाते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि पिक्सेलफेड इंस्टाग्राम को कितनी कड़ी टक्कर दे पाता है और क्या यूजर्स इसे इंस्टाग्राम से बेहतर मानते है या नहीं।
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