नई दिल्ली : भारत में लाखों लोग डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं. कई एप्लिकेशन बहुत लोकप्रिय हैं और कई नए एप्लिकेशन सामने आए हैं. आप में से कई लोग निश्चित रूप से इन डेटिंग ऐप्स का उपयोग कर रहे होंगे, लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि डेटिंग एप्स डाटा प्राइवेसी के मामले में बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सभी डेटिंग एप्स यूजर्स का डाटा विज्ञापन एजेंसियों और कंपनियों को बेचती हैं, इसके बदले उन्हें मोटी रकम मिलती है.

डेटिंग ऐप्स प्राइवेसी पॉलिसी

मॉजिला फाउंडेशन के अनुसार 25 में से 22 डेटिंग ऐप्स प्राइवेसी पॉलिसी का पालन नहीं करते हैं. वे उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को संसाधित करते हैं और इस डेटा को विज्ञापनदाताओं को बेचते हैं. इनमें से कई मामलों में, डेटा उल्लंघन अतीत में हुए हैं.

भारतीय सॉफ्टवेयर

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इन एप्लिकेशन में व्यक्तिगत जानकारी वैकल्पिक है, लेकिन जब तक आप बाद में जानकारी प्रदान नहीं करते है, आप एप्लिकेशन का उपयोग नहीं कर पाएंगे. ये ऐप्स आपको आपके वर्तमान स्थान तक पहुंच भी प्रदान करते हैं. बता दें कि ये एप्स यूजर्स से उसकी मौजूदा लोकेशन का एक्सेस भी लेते हैं और यदि लोकेशन का एक्सेस नहीं दिया जाए तो ये एप्स काम ही नहीं करते.

बता दें कि कई बार ये एप्स इस वक्त भी यूजर्स की लोकेशन को ट्रैक करते हैं जब वे एप्स को इस्तेमाल नहीं कर रहे होते हैं. इनमें से 25 फीसदी एप्स मेटा डाटा भी इकट्ठा करते हैं. जैसे- आप जब कोई फोटो क्लिक करते हैं उसके मेटा डाटा में फोन के मॉडल की जानकारी, लोकेशन, अपर्चर जैसी कई जानकारी होती हैं. एक्सपर्ट ने डेटिंग एप्स पर अपने सोशल अकाउंट से लॉगिन करने से मना किया है.

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