नई दिल्ली: आपने स्टूडेंट ID कार्ड के बारे में तो अक्सर सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी APAAR ID कार्ड के बारे में सुना है? क्या है ये ID और क्यों है स्टूडेंट्स के लिए जरूरी? आइए जानते है. इसे नई शिक्षा नीति के तहत लाया गया है। APAAR ID एक यूनीक स्‍टूडेंट आईडी कार्ड है। इसमें स्‍टूडेंट्स के एजुकेशनल रिकॉर्ड डिजिटल तरीके से रिकॉर्ड किए गए हैं और सभी स्‍टूडेंट्स के लिए अपार आईडी बनवाना जरूरी हो गया है। स्‍कूलों को इसे अपने स्‍टूडेंट्स के लिए बनवाना अनिवार्य हैं।

अकैडमिक रिकॉर्ड जमा

APAAR ID कार्ड में किसी भी स्‍टूडेंट्स के अकैडमिक रिकॉर्ड को स्टोर किया जाएगा। इससे स्‍टूडेंट्स की अपने रिकॉर्ड्स तक पहुंच बेहतर बनेगी। वहीं क्या आप जानते है कि इसे ऑनलाइन कैसे बनवाया जा सकता है और इसके क्या फायदे है? APAAR ID का पूरा नाम ऑटोमे‍टेड परमानेंट अकैडमिक अकाउंट रजिस्‍ट्री है। यह एक तरह का रिकॉर्ड है, जिसमें स्‍टूडेंट्स अपने सभी अकैडमिक रिकॉर्ड्स, अवॉर्ड्स आदि देख पाएंगे।

माता-पिता की अनुमति जरूरी

यह सरकारी और प्राइवेट दोनों स्‍कूलों के लिए बनेगा। हालांकि बिना माता-पिता की अनुमति के अपार आईडी कार्ड नहीं बनवाया जा सकता है। APAAR ID कार्ड में स्‍टूडेंट्स के रिकॉर्ड्स तो सेव रहते ही हैं, साथ में कई पर्सनल इन्‍फर्मेशन जैसे-उनकी वजन, हाइट, हेल्‍थ डिटेल आद‍ि के बारे में भी जानकारी स्टोर होती है। इसीलिए अपार आईडी बनवाने के लिए पैरंट्स की इजाजत की जरूरत होती है। जिससे माता-पिता को पता रहे कि अपार आईडी में बच्‍चे की कौन सी डिटेल्‍स मौजूद हैं।

कैसे करें रजिस्टर

माता-पिता को सहमति देने के लिए एक कॉन्‍सेंट फॉर्म भरना होता है। सबसे पहले APAAR की वेबसाइट https://apaar.education.gov.in/ पर विजिट करना होगा। वहां ‘Resources’ सेक्शन में जाकर APAAR पैरेंटल कंसेंट फॉर्म डाउनलोड करना होगा। फॉर्म में डिटेल्‍स भरने के बाद फॉर्म को उस स्‍कूल में जमा करना होगा, जहां बच्‍चा पढ़ाई करता है। सरकारी वेबसाइट के मुताबिक अब तक 31 करोड़ से ज्‍यादा बच्‍चे अपार आईडी के लिए रजिस्‍टर हो गए हैं।

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