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नागरिक पंजीकरण प्रणाली क्या है, जिसका मोबाइल ऐप अमित शाह ने लॉन्च किया? जानें इससे कैसे मिलेगी मदद

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके साथ ही जनगणना भवन में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया गया. यह ऐप जन्म और मृत्यु के पंजीकरण के साथ-साथ प्रमाणपत्रों की इलेक्ट्रॉनिक डिलीवरी की पूरी प्रक्रिया को सुचारू, तेज और सरल बना देगा. […]

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  • Last Updated: October 30, 2024 11:25:05 IST

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके साथ ही जनगणना भवन में सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया गया. यह ऐप जन्म और मृत्यु के पंजीकरण के साथ-साथ प्रमाणपत्रों की इलेक्ट्रॉनिक डिलीवरी की पूरी प्रक्रिया को सुचारू, तेज और सरल बना देगा. इस ऐप के लॉन्च होने से किसी भी व्यक्ति को बार-बार दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सेंसेस इंडिया 2021 ने अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी किया जिसमें बताया गया कि कोई इस ऐप में कैसे रजिस्टर कर सकता है. इस पोर्टल के माध्यम से लोगों के लिए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करना आसान हो जाएगा.

काम होगा आसान

इस ऐप पर किसी भी व्यक्ति के जन्म और मृत्यु के 21 दिन के भीतर रिकॉर्ड ऑनलाइन दर्ज करना होगा. रिकॉर्ड रजिस्ट्रार कार्यालय तक पहुंच जाएगा और सत्यापन के बाद प्रमाणपत्र ऑनलाइन उपलब्ध होगा. इसका इस्तेमाल कोई भी व्यक्ति कहीं भी बैठकर कर सकता है और अपना काम आसान बना सकता है.

धोखाधड़ी से बचेंगे नागरिक

इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि व्यक्ति जन्म और मृत्यु संबंधी प्रमाणपत्रों में होने वाले फर्जीवाड़े से बच सकेगा. यदि कोई व्यक्ति 21 दिन के भीतर रिकार्ड दाखिल नहीं करता है तो 21 दिन के बाद लगने वाले विलंब शुल्क की रसीद संख्या दर्ज करनी होगी, जिसके बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी. यदि कोई व्यक्ति 21 दिन के अंदर रिकार्ड दाखिल करता है तो उसे कोई शुल्क नहीं देना होगा. वहीं 21 दिन से ज्यादा यानी 22 से 30 के लिए 2 रुपये और 31 दिन से एक साल तक के लिए 5 रुपये लेट फीस देनी होगी. इसके साथ ही पुराने सर्टिफिकेट्स के लिए 10 रुपये शुल्क तय किया गया है. इस ऐप पर निजी अस्पताल भी जन्म और मृत्यु रिकॉर्ड दर्ज कर सकेंगे।

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