Inkhabar
  • होम
  • top news
  • फिर विवाद में आया JNU, दीवारों पर लिखे- “ब्राह्मण-बनिया भारत छोड़ो” के नारे

फिर विवाद में आया JNU, दीवारों पर लिखे- “ब्राह्मण-बनिया भारत छोड़ो” के नारे

नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय एक बार फिर चर्चा में आ गया है, इस बार भी ये विश्वविद्यालय गलत वजहों से ही चर्चा में आया है. दरअसल, जेएनयू परिसर की कई इमारतों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे हुए हैं जिसकी वजह से अब बवाल हो रहा है. ये तस्वीर अब सोशल मीडिया पर खूब […]

Inkhabar
inkhbar News
  • Last Updated: December 1, 2022 18:51:47 IST

नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू विश्विद्यालय एक बार फिर चर्चा में आ गया है, इस बार भी ये विश्वविद्यालय गलत वजहों से ही चर्चा में आया है. दरअसल, जेएनयू परिसर की कई इमारतों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे हुए हैं जिसकी वजह से अब बवाल हो रहा है. ये तस्वीर अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. जेएनयू के छात्रों ने दावा किया है कि स्कूल ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर ब्राह्मण और वैश्य समुदाय के खिलाफ इस तरह के नारे लिखे गए हैं, ये मामला सोशल मीडिया पर भले ही गरमाया हो लेकिन अब तक जेएनयू प्रशासन की ओर से इस संबंध में कुछ भी नहीं कहा गया है. जेएनयू की दीवारों पर “ब्राह्मणों कैंपस छोडो”, “ब्राह्मणों भारत छोडो” और “ब्राह्मणों-बनियों हम आ रहे हैं बदला लेंगे” ऐसे नारे लिखे हुए हैं. वहीं, आरएसएस से जुड़े विद्यार्थी संगठन एबीवीपी ने इसके लिए वामपंथी छात्र संगठन को दोषी ठहराया है.

ABVP ने झाड़ा पल्ला

इस संबंध में जेएनयू के एबीवीपी अध्यक्ष ने कहा, “कम्युनिस्ट गुंडों ने परिसर में जो कुछ भी किया है हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं.” उनका कहना है कि कम्युनिस्ट विचारधारा से जुड़े छात्रों ने दीवारों पर ऐसे आपत्तिजनक शब्द लिखे हैं, एबीवीपी अध्यक्ष का कहना है कि कम्युनिस्टों ने ही प्रोफेसर्स के चैम्बर्स को इस तरह से नष्ट किया है. विश्विद्यालय के छात्रों का कहना है कि बुधवार को यहाँ इस तरह के नारे लिखे गए थे.

अब तक इस मामले में प्रशासन की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है, हालांकि इससे पहले भी यहाँ ऐसे मामले हो चुके हैं. कई साल पहले भी ऐसा ही मामला सामने आया था जिससे काफी बवाल भी मच गया था.

 

गुजरात चुनाव: 19 जिलें…89 सीटें…788 उम्मीदवार… 2 करोड़ वोटर कर रहे हैं फैसला

Layoffs : अब H&M करने जाए रही हैं अपने इतने ज़्यादा कर्मचारियों की छंटनी, यूक्रेन-रूस युद्ध है बड़ी वजह