दिल्ली के कांग्रेस स्थित दफ्तर congress office में आज सोनिया गांधी soniya gandhi द्वारा पार्टी के 137वें स्थापना दिवस पर झंडा रोहण के दौरान पार्टी का झंडा उन्हीं के ऊपर आ गिरा. थोड़ी देर तक किसी को समझ में नहीं आया कि ये क्या हो रहा है और खुद सोनिया गांधी असहज दिखीं. बात सिर्फ पार्टी ध्वज गिरने की नहीं है. बल्कि ये बहुत बड़ी चूक भी है क्योकि ऐसे में कोई भी हादसा हो सकता था. ये सुरक्षा की भी चूक है, घटना की छानबीन की जा रही है.
हालांकि सोनिया गांधी के डोरी खींचते समय मौके पर मौजूद पार्टी के एक कार्यकर्ता ने उनकी मदद करने की कोशिश भी की, लेकिन झंडा सीधे सोनिया गाँधी के ऊपर ही आ गिरा. इस घटना के बाद पूरे सेरेमनी इवेंट में हड़कंप मच गया.
सारे कांग्रेसी भौचक्के रह गए. इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल देख एक महिला कार्यकर्ता दौड़ती हुई सोनिया गाँधी के पास पहुंची और उसने फ्लैग होस्टिंग में सोनिया गाँधी की मदद भी की. लेकिन दोबारा झंडा रोहण सम्भव नहीं हो पाया. ऐसे हालात में सोनिया गांधी ने खुद अपने हाथों पार्टी का झण्डा फहराया. इस पूरी घटना के बाद जहां एक तरफ पार्टी कार्यकर्ताओं में अफरातफरी का माहौल रहा वहीं. सोनिया गाँधी बिल्कुल आहत नजर नहीं आईं. और उनकी प्रतिक्रिया भी बेहद विनम्र और शांत रही.
अपने सम्बोधन के दौरान सोनिया गाँधी ने कहा कि हमारी साझी विरासत गंगा-जमुनी तहजीब को मिटाने की कोशिश की जा रही है. देश के आम नागरिकों में काफी असुरक्षा का माहौल है. ऐसे नाजुक दौर मे कांग्रेस चुप नहीं बैठ सकती है जब लोकतंत्र और संविधान को मिटाया जा रहा हो.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के 137 वें स्थापना दिवस के मौके पर सभी को शुभकामनाएं दी और ट्वीट कर कहा कि हम कांग्रेस हैं- वो पार्टी जिसने हमारे देश में लोकतंत्र की स्थापना की हमें अपनी इस धरोहर पर गर्व है.