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‘मीटिंग की जानकारी BJP को देते थे मांझी’, CM नीतीश के आरोप पर HAM प्रमुख ने मांगा सबूत

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी को बीजेपी से मिला हुआ बताया है. राजधानी पटना में मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि मांझी महागठबंधन की बैठकों में होने वाली बातों को भाजपा तक पहुंचाते थे. अगर वे हमारे साथ रहते तो पटना […]

(नीतीश कुमार और जीतनराम मांझी)
inkhbar News
  • Last Updated: June 16, 2023 15:00:27 IST

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी को बीजेपी से मिला हुआ बताया है. राजधानी पटना में मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि मांझी महागठबंधन की बैठकों में होने वाली बातों को भाजपा तक पहुंचाते थे. अगर वे हमारे साथ रहते तो पटना में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक की बातें फिर से बीजेपी तक पहुंचा देते.

मांझी ने पूछा- BJP से मिले होने का क्या प्रमाण है?

उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार के आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि मैं बीजेपी से मिला हुआ हूं, नीतीश के पास इसका क्या सबूत है? बता दें कि इससे पहले मांझी के बेटे संतोष सुमन ने मंगलवार को नीतीश सरकार से इस्तीफा दे दिया. संतोष महागठबंधन सरकार में हिंदुस्तान आवाम मोर्चे के कोटे से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के मंत्री थे.

HAM का जेडीयू में विलय कराना चाहते थे नीतीश

हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के नेता और नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन ने मंत्री पद छोड़ने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ‘हम’ पार्टी का जनता दल (यूनाइटेड) में विलय करवाना चाहते थे. वे हमारा अस्तित्व खत्म करना चाह रहे थे. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आज यही बात कही है. सीएम नीतीश ने कहा कि उन्होंने खुद मांझी के सामने यह पेशकश की थी कि वे या तो अपनी पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा का जदयू में विलय कर दें या फिर अलग हो जाएं. इसके बाद जीतनराम मांझी ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया.

NDA में शामिल होगा ‘हिंदुस्तान अवाम मोर्चा’?

गौरतलब है कि, संतोष सुमन हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के कोटे से बिहार की गठबंधन सरकार में मंत्री थे. उनके इस्तीफे को राजद-जेडीयू-कांग्रेस-वामदल के महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. पटना के सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि अब हिंदुस्तान आवाम मोर्चा फिर से राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो सकती है.

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