नई दिल्ली, रूसी सेना का यूक्रेन के ऊपर हमला (Russia Ukraine War) लगातार 12वें दिन भी जारी है. रूस यूक्रेन के महत्वपूर्ण शहरों और स्थानों पर हमला करके उसे अपने अधिकार में ले लिया है. अब तक रूसी बमों और मिसाइलों की वजह से यूक्रेन के कई शहर बर्बाद हो चुके है और सैकड़ो लोग अपनी जान गवां चुके है. जान गंवाने वाले लोगों में कई बच्चे भी शामिल है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पुतिन के सामने झुकने को तैयार नही है और बार- बार यूरोपीय देशों से रूस पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे है।
पिछले 12 दिनों से यूक्रेन पर हो रहे रूसी हमले से पूरे यूरोप में अस्थिरता का माहौल है. यूक्रेन के लाखों नागरिक अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले रहे है. इसी बीच युद्ध को रोकने के लिए तीन देश, इजरायल, तुर्की और फ्रांस ने दोनों देशों के बीच समझौता कराने का प्रयास शुरू कर दिया है. इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने तो अचानक रूस की यात्रा कर राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात भी कर चुके है.
दूसरी ओर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी पुतिन से युद्ध शुरू होने के बाद दूसरी बार फोन से बात की. हालांकि इस फोन वार्ता को लेकर फ्रांस ने कहा कि इस बातचीत का कुछ परिणाम नहीं निकल सका. तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन ने रूस से तुरंत युद्धविराम की अपील की है, उन्होने भी रविवार को पुतिन से फोन पर बात की।
बता दे कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने ये दावा किया है कि रूस युद्ध रोकने के लिए तैयार है बस यूक्रेन उसकी शर्ते मान ले. रूस की सबसे बड़ी शर्त है कि यूक्रेन नाटो में शामिल न हो।
रूस और यूक्रेन के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच युद्ध रोकने के लिए तीसरी दौर की वार्ता आज बेलारूस बॉर्डर पर होगी. गौरतलब है कि इससे पहले भी यूक्रेन और रूस के बीच दो दौर की वार्ता हो चुकी है. जिसमें कुछ समाधान नहीं निकल सका था।