जामुन में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं और गैस, अपच व कब्ज में भी राहत देते हैं।
जामुन में जाम्बोलिन नामक का तत्व पाया जाता है जो इंसुलिन की क्रिया को नियंत्रित भी करता है। यह टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
गर्मियों में शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है, जामुन खाने से शरीर में ठंडक भी बनी रहती है और लू से बचाव भी होता है।
जामुन एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा से विषैले तत्वों को निकालते हैं और चेहरे पर नेचुरल ग्लो भी लाते हैं।
जामुन खून को साफ करने में बहुत मदद करता है और त्वचा संबंधित समस्याओं को कम करता है।
जामुन कम कैलोरी और हाई फाइबर फल है, जिससे पेट देर तक भरा रहता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
जामुन और उसके बीज से बना चूर्ण दांतों और मसूड़ों के लिए बहुत लाभकारी भी होता है। यह मसूड़े की सूजन और पायरिया से भी बचाता है।
जामुन मूत्र संबंधी संक्रमण (UTI) और बार-बार पेशाब आने की समस्या में बहुत फायदेमंद है।
जामुन में आयरन की मात्रा अच्छी होती है, जो खून की कमी को भी दूर करता है।
जामुन में मौजूद विटामिन C, A और अन्य पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।