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पराये पुरुषों से संबंध बना चुकी हैं महाभारत की ये पतिव्रता स्त्रियां!

पराये पुरुषों से संबंध बना चुकी हैं महाभारत की ये पतिव्रता स्त्रियां!

महाभारत काल में स्त्रियों को नियोग के जरिए पराये पुरुषों से संतान पैदा करने का अधिकार प्राप्त था।

पांडवों- धृतराष्ट्र-पांडु-विदुर तक नियोग के जरिए ही पैदा हुए थे।  

नियोग का मतलब होता है अगर किसी के पति का निधन हो जाये या वह संतान पैदा करने में असफल रहता हो तो किसी दूसरे पुरुष से संतान पैदा करा सकता है।  

यह प्रथा महिलाओं को हक़ देता था कि पति की असमर्थता की वजह से वह किसी पर पुरुष से समागम करे।  

कुंती ने दो बार नियोग किया था। सबसे पहले  सूर्य का आह्वान किया तो कर्ण हुए।  

बाद में कुंती ने यम के संसर्ग से युधिष्ठिर, वायुदेव से मिलन से भीम और इंद्रदेव के साथ अर्जुन पैदा किये।  

माद्री ने अश्विनीकुमारों के नियोग से नकुल और सहदेव पैदा किए।  

अंबिका और अंबालिका ने महर्षि व्यास से नियोग कर संतान उत्पन्न की।  

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