Aug 25, 2024
Neha Singh
भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है।
रेलवे में यात्रा के दौरान आपने कई रंगों के कोच देखे होंगे।
ज्यादातर ये लाल और नीले रंग के होते हैं।
लेकिन पैसेंजर ट्रेनों में लाल रंग के कोच नहीं लगाए जाते। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है।
लाल रंग के कोच की खास बात यह है कि यह एल्युमिनियम से बना होता है। इसी वजह से यह हल्का होता है।
दूसरी तरफ नीले रंग के कोच लोहे से बने होते हैं। इसलिए इनका वजन ज्यादा होता है।
कम भारी होने की वजह से लाल रंग के कोच वाली ट्रेनें तेज चलती हैं। इनकी अधिकतम गति 200 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
नीले रंग के कोच वाली ट्रेनें 70 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलाई जा सकती हैं।
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