गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां विलुप्त हो चुकी हैं. आइए जानते हैं कि आखिर क्यों मिला था सरस्वती नदी को श्राप
एक बार वेद व्यास सरस्वती नदी के तट पर भगवान गणेश को महाभारत की कहानी सुना रहे थे
वेदव्यास ने सरस्वती नदी से धीरे-धीरे बहने का अनुरोध किया था
सरस्वती नदी ने उसकी एक न सुनी और अपने तेज प्रवाह में बहती रही
इससे क्रोधित होकर भगवान गणेश ने सरस्वती नदी को पाताल में बहने का श्राप दे दिया
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाभारत काल में ऋषि दुर्वासा ने सरस्वती नदी को श्राप दिया था
यह कहा था कि वह कलयुग आने तक लुप्त हो जाएगी. ऐसी मान्यता है कि कल्कि अवतार के बाद ही सरस्वती नदी फिर से धरती पर आएगी.