इस्लामाबाद : माना जा रहा था कि पाकिस्तान के द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद पर नजरबंदी की कार्रवाई भारत के दवाब में आकर की है. लेकिन मामला कुछ और ही है. लेकिन अगर जानकारों की माने तो ये पाकिस्तानी कार्रवाई अमेरिका के दवाब में की गई है. ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने अमेरिका के द्वारा आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाने के डर से हाफिज को नजरबंद किया है.
वहीं पाकिस्तानी सेना का कहना है कि मुंबई हमले के सरगना हाफिज सईद की हिरासत राष्ट्रहित में लिया गया एक ‘नीतिगत फैसला’ है. सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उसे हिरासत में लिया जाना राष्ट्रहित में लिया गया एक नीतिगत फैसला है.
सईद को फिलहाल 90 दिन की नजरबंदी में रखा गया है. पाक सरकार ने संकेत दिए कि इसे और बढ़ाया जा सकता है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने सईद और जमात उद दावा और फलाह-ए-इंसानियत (एफआईएफ) के चार अन्य नेताओं को 30 जनवरी से 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया है.