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Bangladesh News: मोहम्मद यूनुस ने उतारा 21 कार्यकर्ताओं को मौत के घाट! आवामी लीग के प्रमुख पर अब तक का सबसे बड़ा आरोप, ढाका में मचा हड़कंप

Bangladesh Latest News : बांग्लादेश का राजनीतिक संघर्ष एक नए दौर में प्रवेश कर गया है। आवामी लीग ने अंतरिम सरकार और उसके प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का दावा है कि देश भर की जेलों में उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और इसके पीछे एक संगठित साजिश […]

Mohammad Yunus and Sheikh Hasina
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  • Last Updated: June 10, 2025 19:25:05 IST

Bangladesh Latest News : बांग्लादेश का राजनीतिक संघर्ष एक नए दौर में प्रवेश कर गया है। आवामी लीग ने अंतरिम सरकार और उसके प्रमुख मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का दावा है कि देश भर की जेलों में उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है और इसके पीछे एक संगठित साजिश है। सोमवार को आवामी लीग ने इस ‘काली किताब’ का एक और पन्ना खोला, जिसमें उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर यूनुस सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

पार्टी के ताजा बयान में कहा गया है कि, “देश भर की जेलों में हमारे कार्यकर्ताओं की रहस्यमयी मौतें और क्रूर दमन चिंता का विषय है। यह कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि यूनुस समर्थित प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा एक गुप्त अभियान है, जिसका उद्देश्य भय और दमन के माध्यम से अवामी लीग की राजनीतिक शक्ति को तोड़ना है।”

‘जहर दिया गया, शारीरिक यातनाएं दी गईं’

आवामी लीग ने दावा किया कि कई मामलों में जानबूझकर मेडिकल सुविधाएं नहीं दी गईं। कई कार्यकर्ताओं को अलग-थलग कर दिया गया, जहर दिया गया, रासायनिक हमले किए गए और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। पार्टी का कहना है कि यह वही पार्टी है जिसने देश को आजादी दिलाई और अब उसके कार्यकर्ताओं को इस तरह से निशाना बनाया जा रहा है।

सोमवार को आवामी लीग ने एक और सनसनीखेज आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके नेता अली असगर की जेल में हत्या कर दी गई। पार्टी ने कहा, ‘अली असगर की मौत यूनुस सरकार की क्रूरता को उजागर करती है। जेल अब यातना शिविर बन गए हैं, जहां हमारे नेताओं को खत्म किया जा रहा है।’

अब तक 21 अवामी लीग कार्यकर्ता हिरासत में मारे गए

आवामी लीग ने भी बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार के सत्ता में आने के बाद से अब तक 21 आवामी लीग कार्यकर्ताओं की हिरासत में मौत हो चुकी है। पार्टी ने इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन बताया है। पार्टी की मांग है कि इन मौतों की जांच के लिए राष्ट्रीय न्यायिक आयोग बनाया जाए।

साथ ही पीएमओ के तहत एक स्वतंत्र जांच दल की भी जरूरत है, जो हिरासत केंद्रों की निगरानी करे और यूनुस के करीबी अधिकारियों की पहचान कर उन्हें निष्कासित करे। अवामी लीग ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार पर्यवेक्षकों की मदद भी मांगी है। पार्टी का कहना है कि यह सिर्फ राजनीतिक बदला नहीं है, बल्कि मुक्ति संघर्ष की भावना पर सीधा हमला है। बयान में कहा गया है, ‘यूनुस प्रशासन का उद्देश्य चुनावी विरोध को कुचलना और देश में कट्टरपंथी ताकतों को फिर से मजबूत करना है।’

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