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पाकिस्तान के बाद कटोरा लेकर भीख मांग रहा बांग्लादेश, IMF के बाद बोरा भरकर पैसा देंगे दुनिया के 2 बड़े बैंक

Bangladesh Receives Loan: मई में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 762 मिलियन डॉलर (करीब 6.360 करोड़ रुपये) की मदद मिलने के बाद अब बांग्लादेश को दुनिया के दो बड़े बैंकों से फिर से कर्ज मिलने जा रहा है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक ने बांग्लादेश के लिए 1.5 बिलियन डॉलर के कर्ज को […]

Bangladesh Receives Loan (IMF के बाद ADB और विश्व बैंक से मिलेगा लोन)
inkhbar News
  • Last Updated: June 21, 2025 14:55:57 IST

Bangladesh Receives Loan: मई में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 762 मिलियन डॉलर (करीब 6.360 करोड़ रुपये) की मदद मिलने के बाद अब बांग्लादेश को दुनिया के दो बड़े बैंकों से फिर से कर्ज मिलने जा रहा है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक ने बांग्लादेश के लिए 1.5 बिलियन डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी है। इससे बैंकिंग क्षेत्र को बेहतर बनाने, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने और ऊर्जा क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।

दोनों बैंकों से कितनी रकम मिलेगी?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, एडीबी ने बांग्लादेश के लिए 900 मिलियन डॉलर और विश्व बैंक ने 640 मिलियन डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी है। बांग्लादेश को यह वित्तीय सहायता ऐसे समय मिलने जा रही है, जब देश को विदेशी व्यापार और अपनी विकास परियोजनाओं के लिए विदेशी मुद्रा की सख्त जरूरत है। एडीबी बैंक ने जानकारी दी है कि 900 मिलियन डॉलर में से 500 मिलियन का इस्तेमाल देश की बैंकिंग प्रणाली को बेहतर और मजबूत बनाने में किया जाएगा। बाकी 400 मिलियन का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने और विकास को बढ़ावा देने में किया जाएगा।

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कई चुनौतियों का सामना कर रही बांग्लादेश की बैंकिंग प्रणाली

बांग्लादेश की बैंकिंग प्रणाली इस समय कई चुनौतियों का सामना कर रही है जैसे बैंकिंग प्रणाली में लिक्विडिटी की भारी कमी है, जिसके कारण सरकार के पास अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नकदी नहीं है। बांग्लादेश की बैंकिंग प्रणाली को एक मजबूत नियामक ढांचा बनाने की भी जरूरत है ताकि मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याओं से अच्छी तरह निपटा जा सके। साइबर हमलों को कम करने की दिशा में भी काम करने की जरूरत है ताकि ग्राहकों के डेटा और उनके पैसे को सुरक्षित रखा जा सके। यहाँ की बैंकिंग प्रणाली में एनपीए की समस्या भी काफी चिंताजनक है, जो 2025 की पहली तिमाही में 74,570 करोड़ टका तक पहुंच चुकी है।

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