नई दिल्ली : बांग्लादेश में आठ साल की बच्ची के साथ रेप की घटना के बाद लोगों ने रविवार को सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। रविवार (9 मार्च, 2025) को देशभर में लोग सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुखद घटना बुधवार को हुई जब बच्ची मगुरा में अपनी बड़ी बहन के घर गई थी। बहन के ससुर ने इस अपराध को अंजाम दिया।
बांग्लादेश के मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लड़की को गंभीर चोटें आईं और उसे पहले ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, जिसके बाद उसे आगे की देखभाल के लिए सीएमएच अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, बहन के पति ने कथित तौर पर अपराध में सहायता की। उन्होंने कहा कि बलात्कारी की पत्नी और बड़े बेटे को भी घटना की जानकारी थी और बाद में उन्होंने इसे छिपाने के लिए लड़की को मारने की भी कोशिश की।
पीड़िता की बहन के ससुर, पति, सास और देवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना का विरोध करने के लिए ढाका विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने रविवार को परिसर में विरोध रैली निकाली। यूनिवर्सिटी टीचर्स नेटवर्क द्वारा आयोजित यह विरोध प्रदर्शन प्रतिष्ठित अपराजियो बांग्ला प्रतिमा के नीचे शुरू हुआ था।
इस बीच, बांग्लादेश में पिछले पांच दशकों से बाल संरक्षण के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे संगठन सेव द चिल्ड्रन ने मगुरा की घटना की निंदा की है। सेव द चिल्ड्रन ने एक बयान में चिंताजनक आंकड़े उजागर करते हुए कहा कि इस साल 2,362 महिलाओं और लड़कियों को हिंसा का सामना करना पड़ा है, जिनमें 1,036 बच्चे शामिल हैं।
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