नई दिल्ली। अमेरिका में नया डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन आने के बाद देश में कई बड़े बदलाव हुए हैं। इन सब के बीच अमेरिका की जनता महंगाई की मार भी झेल रही है। जाते-जाते जो बाइडेन की महंगाई बढ़ाने वाली नीतियां ट्रंप के लिए सरदर्द बन गई हैं। पिछले तीन सालों में अमेरिका में 14 करोड़ मुर्गियों की मौत हो गई है, जिसकी वजह से अंडें की कीमत में उछाल आया है। कड़कड़ाती ठंड में अंडें के दाम आसमान छू रहे हैं, जिस वजह से अमेरिका में हाहाकार मचा है। इसके अलावा अन्य किराना सामान के दाम भी बढ़ गए हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंडे समेत किराना सामान की कीमतों में कमी करने का वादा किया था। लेकिन उनके पदभार संभालने के बाद से अंडों की कीमतों में गिरावट नहीं आई है। 28 जनवरी को अपने पहले ऑन-कैमरा न्यूज ब्रीफिंग में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया। लेविट ने कहा कि बिडेन प्रशासन और अमेरिकी कृषि विभाग ने ’10 करोड़ से ज्यादा मुर्गियों को मारने का आदेश दिया, जिससे इस देश में मुर्गियों की आपूर्ति में कमी आई है, इसलिए अंडों की कीमत बढ़ गई हैं।’
अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, 8 फरवरी 2022 से अब तक मुर्गिया, टर्की, बत्तख और गीज़ समेत 14 करोड़ 70 लाख से ज़्यादा पक्षी मर चुके हैं। 2022 से अब तक 10 करोड़ 80 लाख अंडा देने वाली मुर्गियां मर चुकी हैं। आपको बता दें ट्रंप के पहले शासन के दौरान बर्ड फ्लू को फैलने से रोकने के लिए मुर्गियों को मारा गया। लंबे समय से बर्ड फ्लू का पता चलने पर पक्षियों के पूरे झुंड को मारने की यूएसडीए की नीति है। इसलिए अभी एक अंडे की कीमत भारतीय रुपए में 50 रूपए है।
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