Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • China on Jammu Kashmir Arunachal: भारत के आगे चीन ने टेके घुटने, नक्शे में माना पूरा जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश है इंडिया का हिस्सा

China on Jammu Kashmir Arunachal: भारत के आगे चीन ने टेके घुटने, नक्शे में माना पूरा जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश है इंडिया का हिस्सा

China on Jammu Kashmir Arunachal: चीन ने अपने एक नक्शे में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) समेत पूरे जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना है. बीजिंग में चल रहे बीआरआई फोरम में चीन ने यह नक्शा प्रदर्शित किया है. इससे पहले तक चीन अरुणाचल को अपना हिस्सा मानता आया है.

China accepts Jammu kashmir and Arunachal pradesh as part of india in map showing at BRI Forum
inkhbar News
  • Last Updated: April 26, 2019 19:12:05 IST

नई दिल्ली. बीजिंग में आयोजित हो रहे दूसरे बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) समिट में चीन ने पीओके के साथ जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना है. इस समिट में एक नक्शा प्रदर्शित किया गया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत के हिस्से के तौर पर प्रदर्शित किया गया है. इससे पहले तक चीन अरुणाचल पर अपना कब्जा होने का दावा करता रहा है लेकिन अब चीन इसे भारत का हिस्सा बता रहा है. यानी कि आखिरकार चीन सही रास्ते पर आ गया है.

आपको बता दें कि चीन की राजधानी बीजिंग में दूसरी बार बेल्ट एंड रोड (BRI) फोरम का आयोजन हो रहा है. जिसमें दुनियाभर के नेताओं ने शिरकत की. हालांकि भारत और अमेरिका की ओर से इस समिट में कोई प्रतिनिधित्व नहीं भेजा गया है. गुरुवार को इस समिट में चीन ने अपना एक नक्शा प्रदर्शित किया जिसमें उसने पूरे जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना है. चीन का यह कदम हैरान करने वाला है.

हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि चीन ने यह कदम क्यों उठाया है. आम तौर पर चीन अरुणाचल को अपना हिस्सा मानता आया है. दूसरी ओर पाकिस्तान पीओके को अपना हिस्सा मानता है और चीन-पाक संबंधों के मधुर संबंधों जगजाहिर हैं. पिछले साल कराची स्थित चीन वाणिज्य दूतावास पर हुए आतंकी हमले के बाद चीन के मीडिया चैनल सीजीटीएन ने पीओके को पाकिस्तान के नक्शे से अलग दिखाया था.

जानकारों का मानना है कि बीआरआई के समिट में जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा बताना चीन की कोई नई चाल हो सकती है. भारत को खुश करने के लिए चीन ऐसा कदम उठा सकता है. दूसरी तरफ पीओके को भारत का हिस्सा बताने से उसके पाकिस्तान से संबंध खराब हो सकते हैं, जिसका असर चीन पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (सीपेक) पर पड़ सकता है.

America ends Iran Oil Exports: अमेरिका से भारत को झटका, ईरान से तेल आयात पर 2 मई से बैन, बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम

Pakistan Economic Crisis: चार बार के विश्व हॉकी चैंपियन पाकिस्तान के पास खेलने के पैसे नहीं, पीएचफ पर एफआईएच ने लगाया 3 करोड़ जुर्माना

Tags