आंकड़ों के अनुसार इस भूकंप से अबतक 1.5 करोड़ लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। 6 हजार से अधिक इमारतों को इन झटकों से नुकसान पहुंचा है। देश का यातायात बुरी तरह से ठप्प हो गया है जहां तुर्की के तीन बड़े एयरपोर्ट बर्बाद हो चुके हैं। रनवे पर गहरी दरारें पड़ चुकी है जिस कारण प्लेन की लैंडिंग करवाना मुश्किल नहीं असंभव है। तुर्की में आए इस भूकंप के बाद दुनिया भर के 84 देश उसकी मदद के लिए आगे आए हैं। भारत ने भी NDRF की दो टीमें मदद के लिए रवाना की हैं।
भूकंप से प्रभावित सीरिया को भारत ने 6 टन से अधिक राहत सामग्री सौंपी जिसमें जरूरी दवाएं और चिकित्सा उपकरण शामिल है। राहत सामग्री की खेप मंगलवार रात को सैन्य परिवहन हवाई जहाज सी-130J के जरिये भेजी गयी थी। भारत के प्रभारी अधिकारी एस के यादव ने इसे सीरियाई अधिकारियों को सौंप दिया है।